How to meditate: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में खुद के लिए समय निकाल पाना बड़ी चुनौती जैसा होता जा रहा है. अधिकतर लोगों के दिन की शुरुआत ही काम के साथ होती है. लोग सुबह उठते ही मोबाइल उठा लेते हैं. फिर सोशल मीडिया, नोटिफिकेशन और लगातार स्क्रीन देखने की वजह से हमारा दिमाग हमेशा व्यस्त रहता है. ऐसे में स्ट्रेस एक आम समस्या बनती जा रही है. इससे और भी कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. हालांकि, आप चाहें तो रोज केवल 1 मिनट निकालकर इन तमाम परेशानियों से निजात पा सकते हैं. इसके लिए एक्सपर्ट मेडिटेशन करने की सलाह देते हैं. आइए जानते हैं सुबह बस एक मिनट मेडिटेट करने से क्या होता है, साथ ही जानेंगे मेडिटेशन करने का सही तरीका क्या है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इसे लेकर मशहूर योग गुरु और लेखक हंसा योगेन्द्र ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में वे बताती हैं, सिर्फ 1 मिनट का छोटा-सा मेडिटेशन आपके शरीर और मन को तुरंत शांत कर सकता है.
मेडिटेशन कैसे करें?- सुबह सोकर उठने के बाद बिस्तर पर ही आराम से बैठ जाएं और आंखें बंद कर लें.
- अब, एक गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ें.
- अपना ध्यान केवल सांसों पर रखें, खासकर सांस छोड़ने पर.
- कुछ सेकंड तक अपने शरीर की संवेदनाओं को महसूस करें.
- जहां तनाव महसूस हो, वहां सांस छोड़ते समय हल्कापन लाने की कोशिश करें.
- केवल 1 मिनट तक ऐसा करें और 1 मिनट पूरा होने पर धीरे से आंखें खोल लें.
फोकस तेज होता है
डॉक्टर हंसाजी कहती हैं, रोज सुबह केवल 1 मिनट तक ध्यान लगाने से दिमाग साफ और जागृत महसूस करता है. इससे फिर आप पूरे दिन चीजों पर बेहतर फोकस कर पाते हैं और आपके सभी काम जल्दी और अच्छे से होते हैं.
एक मिनट की गहरी सांसें शरीर को रिलैक्स करती हैं और मन शांत होता है. इससे आपकी सुबह और फिर पूरा दिन अच्छा बीतता है.
एनर्जी और पॉजिटिविटी बढ़ती हैसुबह केवल 1 मिनट तक ध्यान लगाने से आप खुद को हेल्दी और एनर्जेटिक महसूस करते हैं. इससे आपका मूड अच्छा होता है, साथ ही ये एनर्जी पूरे दिन बनी रहती है.
ऐसे में अगर आपके पास समय कम है, तो भी सिर्फ 1 मिनट का मेडिटेशन आपकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ में बड़ा बदलाव ला सकता है. आप आज से ही इसे अपने रूटीन में शामिल कर सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.