Hair Care: मौसम का बदलना, धूप में ज्यादा देर रहना, बालों की देखरेख ना करना और हीटिंग टूल्स का इस्तेमाल बालों को जरूरत से ज्यादा रूखा और बेजान बना देता है. वहीं, फ्रिजी बालों को संभालना भी बेहद मुश्किल होता है. ऐसे में बालों पर अलसी के बीजों का हेयर जैल (Flaxseeds Hair Gel) बनाकर लगाया जा सकता है. अलसी के बीजों का हेयर जैल बालों को एक नहीं बल्कि कई फायदे देता है और प्राकृतिक तौर पर बालों को पोषण देकर बेहतर बनाता है. जानिए सिल्की (Silky Hair), शाइनी और घने बाल पाने के लिए किस तरह तैयार करें अलसी के बीजों का हेयर मास्क.
सिल्की बालों के लिए अलसी के बीजों का जैल | Flaxseeds Gel For Silky Hair
अलसी के बीजों में मैग्मीशियम, बी विटामिंस, मैंग्नीज, कॉपर और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स की अच्छी मात्रा पाई जाती है. अलसी के बीज हेयर ग्रोथ में भी मदद करते हैं. इन बीजों से स्कैल्प की सेहत भी अच्छी रहती है.
हेयर जैल बनाने के लिए सबसे पहले आंच पर पैन चढ़ाएं और इनमें अलसी के बीज डाल दें. ध्यान रहे कि अलसी के बीज पैन पर ना चिपकें. कुछ देर कम आंच पर अलसी के बीज पकाने के बाद आपको दिखेगा कि पानी जैल जैसा होने लगा है. जब पानी एकदम जैल जैसा दिखने लगे तो आंच बंद करके इस जैल को ठंडा होने के लिए रख दें. अब कोई खाली पतीला लें और उसके ऊपर मलमल का कपड़ा खोलकर रखें. इस कपड़े में अलसी के बीजों वाले इस पानी को डालें और कपड़ा बांधकर निचोड़ें. पतीले में अलसी के बीजों का जैल छनकर गिरने लगेगा. इस तैयार हेयर जैल (Hair Gel) को बालों पर लगाने से पहले तकरीबन 2 घंटों तक फ्रिज में ठंडा होने के लिए रखें.
- यह हेयर जैल बालों पर सामान्य जैल की तरह भी लगाया जा सकता है. इस हेयर जैल से बालों की फ्रिजीनेस कम होती है.
- अलसी के बीजों के इस जैल से हेयर मास्क (Hair Mask) बनाकर भी लगा सकते हैं. हेयर मास्क बनाने के लिए अलसी के बीजों के जैल में विटामिन ई कैप्सूल मिला लें. इसे बालों पर आधा घंटा लगाकर रखने के बाद सिर धो लें. यह हेयर मास्क बालों को बढ़ने में मदद करेगा.
- इस जैल को दही में मिलाकर भी लगा सकते हैं. सिर पर जमे डैंड्रफ और बिल्ड अप को हटाने के लिए खासकर इस हेयर मास्क के फायदे नजर आते हैं. इसे हफ्ते में एक बार लगाया जा सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.