Parenting Tips: बच्चों को बनाना है आत्मनिर्भर? माता-पिता आज ही छोड़ दें ये 4 काम, बच्चा बन जाएगा समझदार

How to make children self-reliant: कई बार माता-पिता इतनी ज्यादा देखभाल और लाड-प्यार दिखा देते हैं कि बच्चे छोटी से छोटी चीज के लिए उन्हीं पर निर्भर हो जाते हैं. ऐसे में बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है.

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बच्चों को आत्मनिर्भर कैसे बनाएं?
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Bacchon ko aatmnirbhar kaise banaen: बच्चों की अच्छी परवरिश करना माता-पिता की सबसे बड़ी जिम्मदारी होती है. पैरेंट्स अपने बच्चे की हर जरूरत पूरी करने और खुश रखने के लिए पूरी कोशिश करते हैं. लेकिन कई बार माता-पिता इतनी ज्यादा देखभाल और लाड-प्यार दिखा देते हैं कि बच्चे छोटी से छोटी चीज के लिए उन्हीं पर निर्भर हो जाते हैं. बता दें कि बढ़ती उम्र के साथ बच्चों का आत्मनिर्भर होना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है. इसी के चलते आज हम ऐसे 4 काम बताने जा रहे हैं जो पेरेंट्स को तुरंत छोड़ देने चाहिए, जिससे बच्चा आत्मनिर्भर बन सके. 

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1. हर समय न करें बच्चों को प्रोटेक्ट

बच्चों की गलती या फिर चोट लगने पर उन्हें प्रोटेक्ट करना पेरेंट्स की जिम्मेदारी होती है. लेकिन स्थिति को देखते हुए उन्हें हर समय प्रोटक्ट न करें. ऐसा करने से बच्चे हर चीज के लिए माता-पिता पर ही निर्भर रहेंगे. आप बच्चों को गिरने दें, हारने दें जिससे वे खुद वापिस उठकर जीतने की कोशिश करें. 

2. बच्चों को निर्णय लेने दें

कई बार पेरेंट्स बच्चों का हर एक निर्णय खुद ही लेते हैं. दरअसल ये आदत बच्चों को आत्मनिर्भर बनने से रोकती है. ऐसे में आप बच्चों को सही निर्णय लेने की आजादी दें, जिससे वे सोच समझकर अपने ऊपर जिम्मेदारी लेना सीख सकें.

3. समस्या का हल निकालने दें

अधिकतर जब बच्चे किसी परेशानी में फंसते हैं तो पेरेंट्स खुद ही समाधान निकालने लगते हैं. ऐसे में आप बच्चों को सीधा समाधान देने की जगह उनसे पहले खुद पूछें कि उस स्थिति में क्या करना चाहिए, या फिर इस समस्या को कैसे सुलझाया जा सकता है. इससे बच्चे सही से निर्णय लेना भी सीख पाएंगे. 

4. दूसरों से न करें तुलना

बच्चों को आत्मनिर्भर बनाए रखने के लिए उनका आत्मविश्वास बढ़ाना बहुत जरूरी होता है. ऐसे में माता-पिता बार अपने बच्चों की तुलना किसी और के बच्चों से न करें. इससे उनका सेल्फ कॉन्फिडेंस टूट सकता है. पेरेंट्स को ये समझना चाहिए कि हर एक बच्चे की सोचने-समझने की शक्ति अलग होती है और बच्चा अपने समय के अनुसार ही सीखता है. माता-पिता अपने बच्चों की हर एक कोशिश की सराहना करें और उन्हें प्रोत्साहित करना न भूलें. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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