किसी से भी मिलने से शर्माता है बच्चा तो इस तरह दूर करें झिझक, एक्सपर्ट ने बताया पैरेंट्स को क्या करना चाहिए

Child's Social Skills: अगर आपका बच्चा भी लोगों के सामने कुछ बोलने से घबराता है तो ऐसे में आप उसकी इस झिझक को कैसे दूर कर सकते हैं यहां जानिए. पैरेंट एजुकेटर ने बताया कैसे दूर होगी दिक्कत. 

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
How To Improve Child's Social Skills: इस तरह सुधारें बच्चे की सोशल स्किल्स.

Parenting Skills: सोशल स्किल्स हर व्यक्ति के लिए जरूरी हैं. जो लोग किसी से भी बिना झिझक बात कर लेते हैं उन्हें पर्सनल लाइफ ही नहीं बल्कि प्रोफेशनल लाइफ में भी मदद मिलती है. जिंदगी की रेस में अक्सर ही ये लोग आगे रहते हैं और लीडिंग रोल्स में देखने मिलते हैं. लेकिन, लोगों में इन सोशल स्किल्स (Social Skills) का विकास बचपन से ही होने लगता है. सभी माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे क्लास में अच्छा परफॉर्म करें, मॉनीटर बनें, क्लास रिप्रजेंटेटिव बनें, हेड बॉय या हेड गर्ल बनें और जब स्कूल से निकलें तो काम की जगह पर भी लीडिंग रोल्स में दिखें. लेकिन, बच्चे अगर झिझकने वाले होते हैं और दूसरों से बात करने में शर्माते हैं तो माता-पिता की चिंता बढ़ जाती है. पैरेंट्स (Parents) को एक तरह से बच्चे का भविष्य खतरे में दिखने लगता है. ऐसे में पेरैंट एजुकेटर का कहना है कि बहुत शर्माने वाले बच्चों को भी सही तरह से समझाया जाए तो बच्चों की यह झिझक दूर होने लगती है और बच्चों की सोशल स्किल्स बेहतर होती नजर आती हैं. ऐसा कैसे होगा जानिए आप भी. 

माता-पिता की एक गलती बन सकती है पैरेंटिंग फेल की वजह, एक्सपर्ट ने बताया पैरेंट्स को नहीं करनी चाहिए यह मिस्टेक 

कैसे सुधारें बच्चे की सोशल स्किल्स । How To Improve Child's Social Skills 

पैरेंट एजुकेटर Arpita Axay Pithava का कहना है कि पैरेंट्स का यह समझना जरूरी है कि इंट्रोवर्ट होना बुरा नहीं है. ऐसे में बच्चे के सामने अगर बार-बार यह कहा जाए कि ये तो बहुत शर्माता है, किसी से बात नहीं करता तो इससे बच्चे का कोंफिडेंस कम होने लगता है. इसीलिए बच्चे के सामने पैरेंट्स को बार-बार यह नहीं कहना चाहिए. 

Advertisement
सुनाएं अपनी कहानियां 

अपनी ऑकवर्ड स्टोरी बच्चे के साथ शेयर करें. उसे बताएं कि आप पहली बार ऑफिस गए थे तो आपका दिन कैसा गया था. इससे बच्चे के दिमाग में एक छवि बनने लगती है कि पहले और अब के समय में पैरेंट्स में कितना बदलाव आया है. इससे बच्चा खुद भी इंस्पायर होता है. 

Advertisement
जब गेस्ट से मिलना हो 

अगर घर में गेस्ट आने वाले हैं या आप कहीं जाने वाले हैं तो बच्चे को पहले से तैयार करें. उसे बताएं कि आपको किसी से मिलना है तो कैसे उन्हें ग्रीट कहना है, नमस्ते या हाय हैल्लो कहना है. इंट्रोवर्ट बच्चों को अचानक से यह समझ नहीं आता है कि उन्हें दूसरों के सामने कैसे बिहेव करना है. इसीलिए बच्चे को पहले से प्रिपेयर करना सही रहता है. 

Advertisement
Advertisement
रोल प्ले करना 

आप रोल प्ले खेल सकते हैं जिसमें आप टीचर बन सकते हैं और बच्चा स्टुडेंट बनता है. टीचर बनकर बच्चे के साथ इंट्रैक्ट करने पर बच्चे का कोंफिडेंस बढ़ सकता है. 

हमउम्र बच्चों के साथ खेलना 

बच्चों के उम्र के ही दूसरे बच्चों को घर में बुलाएं. अपनी उम्र के बच्चों के साथ खेलकर और बातचीत करके बच्चों के लिए घुलना-मिलना आसान हो जाता है. इससे बच्चे की कम्यूनिकेशन स्किल्स (Communication Skills) बेहतर होती हैं. 

Featured Video Of The Day
Shubhanshu Shukla: शुभांशु के मिशन पर Rakesh Sharma को किस बात का पछतावा? | NDTV Exclusive