Monsoon Foot Care Tips: बारिश का मौसम जहां अधिकतर लोगों के मन को भाता है, वहीं इस मौसम में कई तरह की परेशानियां भी बढ़ जाती हैं. इन्हीं में से एक है दाद की परेशानी. खासकर पैरों में ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती है. दाद एक तरह का फंगल इंफेक्शन है, जो गीली और नम त्वचा पर जल्दी फैलता है. कई बार बारिश के पानी में ज्यादा देर तक भीगने पर, गीले मोजे या जूते पहनने पर फंगस को पनपने का मौका मिल जाता है. वहीं, अगर समय पर इलाज न किया जाए, तो यह शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैल सकता है. इससे पीड़ित व्यक्ति को तेज खुजली, जलन या टीस का सामना करना पड़ता है, साथ ही ये ठीक होने के बाद भी स्किन पर निशान छोड़ जाता है. अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं दाद को जल्दी ठीक करने के लिए क्या करें, साथ ही जानेंगे इसके निशान से कैसे बचा सकता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इस विषय को लेकर NDTV संग हुई खास बातचीत के दौरान जीवा आयुर्वेद के निदेशक और प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर प्रताप चौहान ने बताया, आयुर्वेद में त्वचा रोगों को 'कुष्ठ' श्रेणी में रखा गया है. दाद भी इन्हीं परेशानियों में से एक है, जिसे बाहरी और भीतरी दोनों तरह की देखभाल जरूरी होती है. इसके लिए आप कुछ आसान से उपाय अपना सकते हैं.
दाद ठीक करने के आसान आयुर्वेदिक नुस्खेनीम का पानी
आयुर्वेदाचार्य बताते हैं, नीम में एंटीफंगल गुण होते हैं. ऐसे में नीम की कुछ पत्तियां लेकर साफ पानी से धो लें. इसके बाद इन पत्तियों को पानी में उबाल लें. हल्का गुनगुना कर इस पानी से दिन में दो बार दाद वाले हिस्से को धोएं. नीम फंगस को खत्म करने में मदद करता है.
नारियल तेल में थोड़ा कपूर मिलाकर दिन में 2–3 बार दाद पर लगाएं. हालांकि, ऐसा करते वक्त कॉटन का इस्तेमाल करें या हाथों में ग्लव्स पहनें. नारियल और कपूर खुजली को कम करते हैं, साथ ही फंगस को फैलने से भी रुकते हैं.
हल्दी और सरसों का तेलहल्दी पाउडर और सरसों के तेल का पेस्ट बनाकर दाद पर लगाएं. यह इंफेक्शन को जल्दी ठीक करता है.
त्रिफला का सेवनइन सब से अलग डॉक्टर प्रताप रोज त्रिफला का सेवन करने की सलाह देते हैं. इससे शरीर अंदर से साफ होता है और दाद जल्दी ठीक होता है.
आयुर्वेदाचार्य बताते हैं अगर दाद ठीक होने के बाद पैर पर निशान रह गया है, तो शुरुआती समय में ही कुछ टिप्स अपनाना जरूरी है. जैसे-
एलोवेरा और गुलाब जलडॉक्टर चौहान बताते हैं, दाद के ठीक हो जाने पर एलोवेरा में गुलाब जल मिलाकर रोज लगाएं. ऐसा करने से त्वचा मुलायम बनेगी और दाग के निशान हल्के होने लगेंगे.
इससे अलग आप चंदन और खीरे के रस से पेस्ट बनाकर 15 मिनट के लिए उस हिस्से पर लगा सकते हैं. इससे दाद के दाग और जलन दोनों में राहत मिलेगी.
इन बातों का रखें ध्यान- पैरों को लंबे समय तक गीला न रखें.
- गीले जूते-चप्पल पहनने से पहले एक बार धूप में जरूर सुखाएं.
- इन सब से अलग केवल सूती मोजे पहनें और इन्हें रोज बदलें.
डॉक्टर प्रताप चौहान के मुताबिक, समय पर ध्यान देकर और इन आसान आयुर्वेदिक नुस्खों को अपनाकर आप दाद की परेशानी को जड़ से खत्म कर सकते हैं और त्वचा को फिर से स्वस्थ बना सकते हैं. हालांकि, अगर दाद बार-बार हो या फैलने लगे, तो एक बार डॉक्टर या वैद्य से सलाह लेना जरूरी है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.