Dates Health Benefits: सर्दियों में खजूर खूब खाए जाते हैं. यह गर्म भी होते हैं और इनमें आयरन के साथ ही कई एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं. जल्द ही सर्दियां आने वाली हैं और खजूर का सेवन भी लोग करेंगे ही, लेकिन क्या डायबिटीज के मरीज इन्हें खा सकते हैं और अगर हां तो कितनी मात्रा में? असल में कई डायबिटीज के मरीज खजूर (Dates) से किनारा करने लगते हैं जबकि इसे डाइट (Diet) का हिस्सा बनाया जा सकता है. खजूर में हाई फाइबर होता है जो डायबिटीज में अच्छा साबित होता है. जानिए इसे डाइट में कितनी मात्रा में शामिल किया जा सकता है और इससे शरीर को क्या-क्या फायदे मिलते हैं.
डाइबिटीज में खजूर | Dates in Diabetes
खजूर में पाए जाने वाले तत्व आसानी से पचने वाले होते हैं. इनमें डाइटरी फाइबर, आयरन, पौटेशियम, विटामिन बी, विटामिन बी6, विटामिन ए और के, कॉपर, मैग्नीशियम, मैग्नीज और नियासिन की अच्छी मात्रा पायी जाती है. यह सभी अच्छे पाचन के लिए आवश्यक हैं.
खजूर में पाए जाने वाला फाइबर (Fiber) रक्त में शुगर सोखने की गति को धीमा करता है जिससे अचानक से ब्लड शुगर बढ़ने की दिक्कत नहीं होती है. एक से दो और सूखे मेवों (Dry Fruits) के साथ खाने पर बार-बार भूख लगने की दिक्कत नहीं होती. इसके अलावा एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर खजूर को खाने पर इंफ्लेमेशन कम होती है और मोटापे का खतरा भी कम रहता है.
डाइबिटीज की डाइट में शामिल करने के लिए दिन में 1 से 2 खजूर खाए जा सकते हैं. हालांकि, कितने खजूर आपकी कंडीशन और डायबिटीज के लेवल के अनुसार पर्याप्त रहेंगे इसकी सलाह अपने डॉक्टर से ली जा सकती है. खजूर ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कम होते हैं जिससे इन्हें खाने पर ब्लड शुगर (Blood Sugar) अचानक से बढ़ने की स्थिति नहीं आती. इन्हें आप अन्य मेवों के साथ, स्नैक्स की तरह, किनोआ के साथ या फिर ओट्स में डालकर खा सकते हैं.
- खजूर खाने पर पाचन दुरुस्त रहता है.
- इनमें पाए जाने वाला मैग्नीशियम हड्डियों की सेहत के लिए अच्छा है.
- खजूर के फायदे दिमाग पर भी देखे गए हैं.
- हाई बीपी को कम करने वाली डाइट में भी खजूर को शामिल किया जा सकता है.
- शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने में मदद मिलती है.
- सही मात्रा में खाया जाएं तो खजूर वजन घटाने और वजन बढ़ाने की डाइट में भी शामिल किए जाते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.