Parenting Tips: सर्दी के मौसम में कई माता-पिता के मन में सवाल होता है कि क्या बच्चे को नहलाते समय रोज उनके बाल धोना जरूरी है? सिर से सबसे अधिक ठंड लगती है ऐसे में अधिकतर पैरेंट्स रोज बच्चे का हेयर वॉश करने से कतराते हैं. अगर आप के मन में भी इस तरह की उलझन है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. पीडियाट्रिशियन और NICU डॉक्टर सूर्य मणिक्कम ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में उन्होंने इसी सवाल का जवाब दिया है. आइए जानते हैं एक्सपर्ट की राय-
हफ्ते में कितनी बार धोएं बच्चे के बाल?
डॉक्टर मणिक्कम बताते हैं, बच्चे के बाल रोज धोने की जरूरत नहीं होती है. आमतौर पर हफ्ते में 2–3 बार बाल धोना काफी होता है. दरअसल, छोटे बच्चों की स्कैल्प बड़ों की तरह जल्दी ऑयली नहीं होती, इसलिए बार-बार धोने से उल्टा उनके बालों और स्कैल्प का नेचुरल तेल कम हो सकता है. इससे ड्राईनेस और खुजली जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं. ऐसे में मौसम चाहे सर्दी का हो या गर्मी का, बच्चे के बालों को रोज धोने से बचें और हफ्ते में केवल 2 से 3 बार हेयर वॉश करें.
शैम्पू के बाद अच्छी तरह रिंस करेंपीडियाट्रिशियन आगे कहते हैं, भले ही आप हल्का बेबी शैम्पू इस्तेमाल कर रहे हों, लेकिन उसे पूरी तरह धोकर निकालना बहुत जरूरी है. अगर शैम्पू का थोड़ा भी हिस्सा स्कैल्प पर रह जाए तो यह बाद में फ्लेक्स, खुजली या जलन का कारण बन सकता है.
कई बच्चों को स्कैल्प पर सूखी परतें या पीले रंग के फ्लेक्स दिखते हैं. इसे क्रेडल कैप कहा जाता है. यह आम और सामान्य समस्या है. इसे ठीक करने के लिए-
- बालों और स्कैल्प पर थोड़ा मिनरल ऑयल डालें.
- फ्लेक्स को एक सॉफ्ट ब्रश से धीरे-धीरे ढीला करें.
- फिर उन्हें हल्के बेबी शैम्पू से धो दें.
- कुछ मामलों में डॉक्टर केटोकोनाजो शैम्पू भी दे सकते हैं, लेकिन इसे डॉक्टर की सलाह के बिना इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
डॉक्टर कहते हैं, बच्चों की स्कैल्प बेहद नाजुक होती है. इसलिए बालों को ज्यादा धोने की बजाय सही तरीके से धोना और सही प्रोडक्ट चुनना ज्यादा जरूरी है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.