Gala Bethne Ka Gharelu Upay: गले का बैठना या आवाज भारी हो जाना, एक आम समस्या है. इसे मेडिकल भाषा में Hoarseness of Voice कहा जाता है. ऐसा होने पर आवाज कर्कश लगने लगती है, बोलने में तकलीफ होती है, कई बार आवाज पूरी तरह से बैठ जाती है, साथ ही कुछ निगलने में भी तेज दर्द परेशान करता है. यह समस्या कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक रह सकती है. अब, अगर आप भी अक्सर इस तरह की परेशानी का सामना करते हैं या आपका गला भी बैठ गया है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं गला बैठ जाए, तो तुरंत कैसे ठीक करें, साथ ही जानेंगे इस तरह की समस्या क्यों होती है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इस समस्या को लेकर NDTV संग हुई बातचीत के दौरान ग्लोबल होलिस्टिक हेल्थ गुरु और स्प्रिचुअल लाइफ कोच डॉक्टर मिक्की मेहता ने बताया, अगर आपका गला बार-बार बैठ जाता है या कुछ समय के लिए आवाज चली जाती है, तो इसके पीछे कुछ आम कारण जिम्मेदार हो सकते हैं. जैसे-
एलर्जीकई बार हमें कुछ चीजों से एलर्जी होती है लेकिन हम उसे समझ नहीं पाते हैं. ऐसे में ध्यान दें कि आपको क्या चीज ट्रिगर कर रही है.
लगातार बोलना, ऊंची आवाज में बात करना या गाने से भी आवाज बार-बार बैठ सकती है.
प्रदूषण और धूम्रपानधूल, धुआं और स्मोकिंग से वोकल कॉर्ड पर असर पड़ता है. इससे भी गला बैठ जाता है, साथ ही दर्द का एहसास भी बढ़ जाता है.
एसिडिटी या गैस्ट्रिक रिफ्लक्स (GERD)एसिडिटी या गैस्ट्रिक रिफ्लक्स की समस्या से भी आवाज बैठ जाती है. पेट का एसिड गले तक आने से जलन और सूजन हो सकती है.
इन सब से अलग थायरॉयड और वोकल कॉर्ड की बीमारियां होने या तनाव के कारण भी गला बैठ सकता है.
कैसे पाएं इस परेशानी से राहत?
गुनगुना पानी और नमकगले में परेशानी होने या आवाज बैठ जाने पर डॉक्टर मेहता गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारे करने की सलाह देते हैं. दिन में दो बार ये करने से गले की सूजन और खराश कम होती है, साथ ही गले में चुभन से भी राहत मिलती है.
अदरक और शहदहल्दी वाला दूधगले में परेशानी होने पर आप रात को हल्दी डालकर गर्म दूध पी सकते हैं. ऐसा करने से आपको सुबह तक आराम मिलेगा.
तुलसी और मुलेठी दोनों गले को आराम देते हैं. ऐसे में आप इन दोनों चीजों से काढ़ा बनाकर पी सकते हैं. इससे आपको तुरंत राहत मिल सकती है.
इन सब से अलग इस तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर गले को आराम देने की सलाह देते हैं. अगर आपकी आवाज बैठ गई है, तो कुछ समय के लिए बातचीत करने से बचें.
डॉ. मिक्की मेहता कहते हैं कि अगर आपको ये परेशानी बार-बार होती है तो अपने लाइफस्टाइल में सुधार करें. गला बैठना भले ही एक सामान्य समस्या हो, लेकिन इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. अगर तमाम तरीके अपनाने के बाद भी ये लंबे समय तक ठीक नहीं हो रही, तो डॉक्टर को दिखाना जरूरी है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.