Healthy Tips: श्वसन तंत्र में घर्षण के कारण हिचकी आने की दिक्कत हो सकती है. हिचकी (Hiccups) आने पर गले से आवाज निकलनी शुरू हो जाती है और हल्का-हल्का सीने पर धक्का महसूस होता है. इससे खुदको तो दिक्कत होती ही है लेकिन आस-पास वालों के लिए भी लगातार आ रही हिचकी की आवाज मुसीबत का सबब बन जाती है.वहीं, ना किसी काम में ध्यान लग पाता है और चैन से बैठा जाता है. यहां जानिए किस तरह लगातार आ रही हिचकी (Hichki) से छुटकारा पाया जा सकता है और राहत मिलती है.
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हिचकी रोकने के टिप्स | Tips To Stop Hiccups
पेपर बैग
लगातार आ रही हिचकी को रोकने के लिए कोई खाली पेपरबैग लें. इस पेपरबैग से मुंह को कवर करें और सांस लें. कुछ देर इसी तरह पेपर बैग के अंदर गहरी सांस लेने से हिचकी आना रुक सकती है. पेपर बैग आपको कहीं भी आसानी से मिल जाएगा.
सामान्य तापमान वाला या फिर गर्म पानी नहीं बल्कि एकदम ठंडा बर्फ वाला पानी हिचकी की दिक्कत दूर करने में मददगार साबित होता है. ठंडे पानी को पिएं या फिर उससे गरारा करें. ऐसा करने पर हिचकी रुक सकती है.
हिचकी रोकने के इस तरीके के बारे में कम ही लोगों को पता होता है. लगातार हिचकी आने की स्थिति में पीनट बटर (Peanut Butter) खाएं. कुछ ही देर में हिचकी में आराम महसूस होने लगेगा और आप पाएंगे कि हिचकी रुक चुकी है.
आधा नींबू लें और उसे काटकर खाएं. इसके अलावा इस नींबू (Lemon) को थोड़ी देर बैठकर चूसने से भी लाभ मिल सकता है. घर में हों या बाहर कहीं, नींबू के इस नुस्खे को आजमा सकते हैं. इसी तरह अदरक को भी खाया जा सकता है. थोड़ा सा अदरक खाकर ही हिचकी से निजात मिलेगी.
अगर हिचकी बार-बार आए और रुकने का नाम ना ले तो कुछ देर सांस रोककर देखें. एकसाथ गहरी सांस लें और फिर जितनी देर सांस (Breath) रोक सकते हैं रोकें और फिर छोड़ दें. हिचकी रुक सकती है. इसके अलावा घुटनों को छाती से चिपकाकर बैठने पर भी हिचकी पर असर दिख सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.