Knee Pain Home Remedies: घुटने की दिक्कतों के कारण व्यक्ति को ठीक तरह से चलने-फिरने में दिक्कत होने लगती है. चाहे उम्र ज्यादा हो या कम यह परेशानी किसी को भी हो सकती है. इसकी एक बड़ी वजह खानपान में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है. इसके अलावा गलत पोश्चर में बैठना या किसी तरह की चोट भी दर्द की वजह हो सकती है. ऐसे में कई बार घुटनों में सिर्फ दर्द (Joingt Pain) ही नहीं होता है बल्कि कट-कट की आवाज (Kat Kat Ki Awaz) भी आने लगती है. ऐसे में अगर आप भी इसी दिक्कत से जूझ रहे हैं तो काइरोप्रैक्टर डॉ. हरीश ग्रोवर के बताए नुस्खे आपके काम आ सकते हैं. डॉक्टर ने ऐसे 5 नुस्खे अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किए हैं जिन्हें आजमाने पर घुटनों से आ रही कट-कट की आवाज कम हो जाएगी और जोड़ों में होने वाले दर्द से भी राहत मिल सकती है. जानिए कौनसे हैं ये नुस्खे.
घुटनों में कट-कट की आवाज आए तो क्या करें | Ghutno Mein Kat Kat Ki Awaz Aaye To Kya Karein
- कैल्शियम की कमी से घुटनों में कट-कट की आवाज आ सकती है. ऐसे में इस कमी को पूरा करने के लिए तिल के लड्डू या रागी की रोटी खाएं.
- सूजन (Knee Swelling) की वजह से ऐसा हो रहा है तो अदरक का सेवन फायदेमंद साबित होगा. अदरक के अलावा लहसुन भी खाया जा सकता है.
- पैरों में कमजोरी लगती है और सीढ़ियां चढ़ने-उतरने में मुश्किल आती है तो मूंग की दाल और अखरोट खाना शुरू करें.
- घुटनों में कैटिलेज की दिक्कत है तो सोयाबीन की बड़ी और ओट्स भी खाए जा सकते हैं.
- रोजाना 20 मिनट उल्टा चलने पर घुटनों से आ रही कट-कट की आवाज दूर हो सकती है. डॉक्टर का कहना है इन नुस्खों को आजमाने पर 4 हफ्तों में घुटनों की दिक्कतें दूर हो जाएंगी.
घुटने के दर्द को कम करने के लिए हल्दी वाला दूध पिया जा सकता है. यह दूध दर्द को जड़ से खींच लेता है.
औषधीय गुणों से भरपूर हल्दी का लेप (Turmeric Paste) बनाकर लगाने पर भी घुटनों के दर्द की दिक्कत दूर हो सकती है.
सरसों के तेल में लहसुन की कलियां डालकर उबालें और इस तेल से घुटनों की मालिश करें. यह तेल (Oil For Knee Pain) घुटनों की तकलीफ को कम करने में असरदार होता है.
ठंडी या गर्म सिंकाई से भी घुटनों का दर्द कम हो सकता है. इससे घुटने को आराम मिलता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.