Expert Tips: खाना बनाने वाले तेलों की बाजार में आजकल भरमार है. कोई सरसों का तेल (Mustard Oil) लेकर आता है तो कोई सनफ्लावर ऑयल या राइसब्रान ऑयल को चुनता है. वहीं, कितने ही लोग आज भी सभी तरह की चीजें घी से बनाते हैं और खाने के ऊपर भी घी डालकर खाना पसंद करते हैं. लेकिन, अक्सर ही इस बात को लेकर कंफ्यूजन होने लगती है कि कौन सा तेल सेहत के लिए अच्छा है. सोशल मीडिया पर इंफ्लुएंसर्स और लाइफ गुरू वगैरह कभी किसी चीज के सेवन की सलाह देते हैं तो कभी किसी और चीज के. ऐसे में यहां-वहां की सुनना छोड़िए और डॉक्टर से जानिए घी (Ghee) या फिर कौनसे तेल सेहत के लिए फायदेमंद हैं और सेहत को क्या फायदे देते हैं. इंस्टाग्राम पर डॉ. जयेष शर्मा ने इस वीडियो को शेयर किया है जिसमें वे घी, सरसों का तेल और आजकल के अलग-अलग ऑयल्स के सेहत पर होने वाले असर के बारे में बात कर रहे हैं.
घी या तेल क्या है सेहत के लिए अच्छा | Ghee Or Oil Which Is Better For Health
घी के फायदेघी को लेकर डॉक्टर जयेष कहते हैं कि घी मॉडरेट क्वांटिटी में इस्तेमाल करें यानी इसका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल ना करें और इसे फ्लेवर के लिए इस्तेमाल करें. मिठाइयों के लिए खासतौर से घी का इस्तेमाल करें.
सरसों के तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं जो दिल की सेहत के लिए अच्छे हैं. इस तेल में कुछ एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट्स भी होते हैं जिनसे भी दिल को फायदा मिलता है. अक्सर लोगों को लगता है कि सरसों के तेल से निकलने वाला धुआं नुकसादायक है और इसीलिए इसमें खाना नहीं बनाना चाहिए. इसपर डॉक्टर का कहना है कि सरसों के तेल को घर में खाना बनाते समय इतना जलाया ही नहीं जाता कि उसमें से धुआं निकले, इसीलिए टेंशन लेने की जरूरत नहीं है.
मूंगफली के तेल (Peanut Oil) को लेकर डॉक्टर का कहना है कि पश्चिम भारत में मूंगफली का तेल कॉमन है. यह तेल हाई टेम्प्रेचर को बहुत अच्छे से झेल लेता है. यह तेल रेग्यूलर खाने के लिए बहुत अच्छा है. यह बहुत ज्यादा महंगा भी नहीं आता है. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट्स भी हैं जो हार्ट को प्रोटेक्ट करते हैं.
नए तेलों की बात करें तो इनमें राइस ब्रान ऑयल आता है जो दिल की सेहत (Heart Health) के लिए बेहद अच्छा होता है. इसे बहुत हाई टेम्प्रेचर पर कुक करके खाना नहीं बनाना चाहिए
सनफ्लावर ऑयल भी एक सस्ता और अच्छा तेल है जिसका इस्तेमाल खाना बनाने में किया जा सकता है. दिक्कत बस इतनी है कि इस तेल को भी राइस ब्रान ऑयल की तरह रिफाइंड किया जाता है जिससे इसके ज्यादातर पोषक तत्व इस प्रोसेस में निकल जाते हैं.
- डॉ. जयेष का कहना है कि सेहत के लिए बुरे तेलों में डालडा आता है. डालडा (Dalda) में सबसे ज्यादा सैचुरेटेड फैट्स होते हैं, इससे इंफ्लेमेशन भी बहुत होती है और अगर इस तेल को गर्म किया जाए तो इसमें ट्रांस फैट्स बनने लगते हैं.
- पाल्म ऑयल भी सैचुरेटेड फैट्स में हाई होता है. यह तेल भी इंफ्लेमेटरी तेलों में आता है. यह सस्ता आता है इसीलिए लोग इसका इस्तेमाल करते हैं.
- डॉक्टर कहते हैं कि घर में तो लोग अच्छा और बढ़िया तेल ही इस्तेमाल करते हैं लेकिन बाहर की मिठाई और बाहर का खाना ज्यादातर पाल्म ऑयल या डाल्डा से ही तैयार किया जाता है. इसीलिए जहां तक हो सके बाहर का खाना अवॉइड करें. सबसे अच्छा तेल वही है जिसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में किया जाए.