Children's Health: बच्चे के खानपान का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है. ऐसे बहुत से फूड्स हैं जो अगर बच्चे को दिए जाएं तो उसके चोक्ड (Chokes) होने यानी खाने के गले में फंसने की संभावना होती है. चोकिंग (Choking) से बच्चे का दम घुट सकता है. इसीलिए बच्चे की डाइट का खास ख्याल रखना जरूरी होता है. बच्चों के डॉक्टर मोहित सेठी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर ऐसा ही एक नुस्खा शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि 4 साल से छोटे बच्चे को खाने के लिए कौनसी चीजें कभी नहीं देनी चाहिए. आइए डॉक्टर से ही जानते हैं कौनसे हैं ये फूड्स.
पानी में नमक डालकर पीने से क्या फायदा होता है? डॉक्टर ने बताया पानी पीने का सही तरीका
4 साल से छोटे बच्चे को खाने में क्या नहीं देना चाहिए
जिन बच्चों की उम्र 4 साल से कम है उन्हें नमकीन और सूखे मेवे खाने के लिए नहीं देने चाहिए. खासतौर से जिस नमकीन में मूंगफली होती है वो बच्चे को नहीं देनी चाहिए. सूखे मेवों (Dry Fruits) में काजू, बादाम और अखरोट बच्चे को नहीं देना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि बच्चे को अगर ये छोटी-छोटी चीजें खाने के लिए दी जाएं तो चोकिंग हो सकती है.
4 साल से छोटे बच्चे को पॉपकोर्न खाने के लिए नहीं देने चाहिए. इसके अलावा अंगूर बच्चे को नहीं दिया जाना चाहिए. बच्चे को च्विंग्म और कैंडी खाने के लिए भी नहीं देनी चाहिए. ये सभी वो फूड्स हैं जो बच्चे में चोकिंग के खतरे को बढ़ाती हैं.
डॉ. मोहित सेठी का कहना है कि अगर आपका बच्चा 6 महीने से बड़ा हो गया है तो उसे आपको शकरकंदी जरूरी खिलानी चाहिए. शकरकंदी फाइबर से भरपूर होती है. इसे खाने पर बच्चे का पाचन अच्छा रहता है. गट हेल्थ अच्छी रहने पर बच्चे को कब्ज (Constipation) नहीं होती और मलत्याग भी आसानी से हो जाता है. शकरकंदी बीटाकैरोटीन से भरपूर होती है. इसके अलावा, इसमें कार्बोहाइड्रेट्स भी होते हैं जो बच्चे का वजन बढ़ाने में मदद करते हैं. जिन बच्चों का वजन जरूरत से ज्यादा कम है उन्हें खासतौर से शकरकंदी खिलानी चाहिए. शकरकंदी में विटामिन सी और विटामिन ई भी होता है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार होता है. शकरकंदी का एक फायदा यह भी है कि इसका टेक्सचर सॉफ्ट होता है और इसका स्वाद हल्का मीठा होता है जिससे बच्चा इसे खाने में आनाकानी नहीं करता और स्वाद लेकर खा लेता है.