Does garam masala cause acidity: गरम मसाला भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा है. इसकी खुशबू और स्वाद, दोनों ही खाने का जायका बढ़ाने में मदद करते हैं. हालांकि, कई लोगों की शिकायत होती है कि गरम मसाला खाने के बाद उन्हें एसिडिटी या पेट में जलन से जूझना पड़ता है. अगर आपके साथ भी अक्सर ऐसा होता है, तो ये आर्टिकल आपके लिए बड़े काम का साबित हो सकता है. आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं कि आखिर गरम मसाला खाने से एसिडिटी क्यों होती है और इस परेशानी से छुटकारा कैसे पाया जा सकता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इस बारे में हाल ही में डाइटिशियन श्वेता शाह पांचाल ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो में डाइटिशियन बताती हैं, गरम मसाला खुद एसिडिटी का कारण नहीं बनता है. उल्टा इसमें मौजूद मसाले जैसे जीरा, धनिया, दालचीनी, इलायची, लौंग, काली मिर्च आदि ये सभी पाचन को सपोर्ट करते हैं.
फिर क्यों होती है दिक्कत?इस सवाल को लेकर एक्सपर्ट बताती हैं, गरम मसाला खाते वक्त ज्यादातर लोग कुछ आम गलती करते हैं, जिसकी वजह से उन्हें एसिडिटी या पेट से जुड़ी परेशानियों से जूझना पड़ता है. जैसे-
- मसाले को बहुत अधिक तेल में फ्राई कर खाने से एसिडिटी होती है.
- एक साथ बहुत ज्यादा मसाला खाने से दिक्कत हो सकती है.
- बाजार के पैकेट वाले मसालों में मिले एडिटिव्स या कलर का इस्तेमाल होने पर एसिडिटी हो सकती है.
- या अगर व्यक्ति को पहले से पेट में सूजन (Gut Inflammation) या एसिडिटी हो और फिर मसालेदार खाना खा लिया जाए, तो भी परेशानी बढ़ जाती है.
इन स्थितियों में गरम मसाला पेट पर भारी पड़ सकता है.
कैसे दूर होगी परेशानी?- इसके लिए गरम मसाले को हमेशा सीमित मात्रा में और कम तेल में पकाकर खाएं. स्वाद बढ़ाने के लिए हल्की मात्रा ही काफी होती है.
- जिन लोगों को पहले से एसिड रिफ्लक्स या गैस्ट्रिक की समस्या है, वे इसका सेवन कम करें.
- खाने के साथ सलाद, दही या छाछ लें ताकि मसाले का असर बैलेंस हो सके.
- इससे अलग कोशिश करें कि घर पर बना ताजा गरम मसाला इस्तेमाल करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.