आपकी इस गलती की वजह से खाना नहीं खाता है बच्चा, डॉक्टर ने बताया आज से ही छोड़ दें यह आदत

Parenting Mistakes: बच्चा अगर खाना नहीं खाता है तो यह मां के लिए खासा चिंता का विषय बन जाता है. लेकिन, डॉक्टर का कहना है कि बच्चे के खाना ना खाने की वजह माता-पिता की ही कुछ गलतियां हो सकती हैं. 

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Why Baby Does Not Eat: जानिए बच्चा खाना क्यों नहीं खाता है. 

Parenting: बच्चा जब 6 महीने का हो जाता है तो उसे धीरे-धीरे खाना खिलाना शुरू कर दिया जाता है. लेकिन, अक्सर ही देखा जाता है कि एक से डेढ़ साल की उम्र का बच्चा भी खाना खाने से बचने की कोशिश करता है. बच्चा खाने के नाम से मुंह बना लेता है और जो भी उसे खिलाया जा रहा है वह खाने से मना ही करता है. ऐसे में बच्चों के डॉक्टर मोहित सेठी ने बताया इसकी क्या वजह हो सकती है. डॉक्टर का कहना है कि माता-पिता की ही कुछ गलतियों के कारण बच्चा खाना खाने से मना कर देता है. ऐसे में यहां जानिए कहीं आप भी तो यही मिस्टेक्स (Mistakes) नहीं करते हैं. 

पलंग से गिर गया है बच्चा तो क्या करें? डॉक्टर ने कहा तुरंत करना चाहिए यह काम, हर पैरेंट को जान लेनी चाहिए यह बात

बच्चा खाना क्यों नहीं खाता है 

डॉक्टर बताते हैं कि बच्चे के खाना ना खाने की सबसे बड़ी वजह है कि माता-पिता उसे भूख का एहसास होने ही नहीं देते हैं. पैरेंट्स बच्चे को कुछ ना कुछ खिलाने के लिए हर दूसरे-तीसरे घंटे में उसके पीछे पड़ जाते हैं. अगर बच्चा खाना नहीं खाता है तो उसे एक से डेढ़ लीटर दूध पिला दिया जाता है. बच्चे का पेट दूध से ही भर जाता है तो वह खाना खाने से बचने लगता है और आप चाहे कितनी ही कोशिश कर लो वह कुछ नहीं खाता.

बच्चे को कैसे खिलाएं खाना 

बच्चा अगर एक साल से बड़ा है तो डॉक्टर की बताई इस सलाह को आप आजमाकर देख सकते हैं. डॉक्टर का कहना है कि आपको सिर्फ 2 हफ्तों तक इस ट्रिक को करना होगा. बच्चे को जो दूध (Milk) दिया जा रहा है उसकी मात्रा 300 से 400 एमएल तक ही रखें. बच्चा कुछ भी खाने से मना करेगा और दूध मांगेगा लेकिन आपको उसे और दूध नहीं देना है. आप उसे सिर्फ पानी पीने के लिए देंगे. बच्चे को जब भूख का एहसास होगा तो वह अपनेआप खाना खाएगा. 

डॉक्टर ने बताया कि दूध ना मिलने पर बच्चा रोएगा, जिद करेगा और हाथ-पैर पकड़ेगा और खाना खाने से मना करेगा क्योंकि दूध पीना आसान है और खाना खाना मुश्किल है, लेकिन आपको भी अपनी जिद पर अड़े रहना है. यह आपको सिर्फ 2 से 3 हफ्ते ही करना है. आपको दिखेगा कि बच्चा ट्रैक पर आ गया है और सिर्फ दूध ही नहीं पी रहा बल्कि खाना भी खाने लगा है. 

बच्चे को बैलेंस्ड फूड दिया जाना बेहद जरूरी है. इससे बच्चे का वृद्धि और विकास बेहतर तरह से होता है और सेहत दुरुस्त रहती है सो अलग. 

Advertisement

Featured Video Of The Day
Mumbai Potholes: गड्ढे में डॉक्टर की मौत..जिम्मेदार कौन? | Weather | NDTV India | Monsoon
Topics mentioned in this article