Home Remedies: कब्ज ऐसी समस्या है जिसमें व्यक्ति को मलत्याग करने में तकलीफ होती है. इसमें मल कड़ा हो जाता है जिस चलते टॉयलेट में घंटों बैठने पर भी पेट साफ होने में मुश्किल होती है. खानपान, लाइफस्टाइल या तनाव आदि कब्ज (Constipation) का कारण हो सकते हैं. ऐसे में इन सभी चीजों पर ध्यान देते हुए इस समस्या से छुटकारा पाने की कोशिश की जाती है. आयुर्वेद भी कब्ज के विषय में कई सलाह देता है जिसमें खानपान को लेकर खासतौर से सुझाव शामिल हैं. आयुर्वेद (Ayurveda) के अनुसार ऐसी कुछ चीजें हैं जिन्हें कब्ज से पीड़ित व्यक्ति को अपनी डाइट (Diet) में शामिल करने से परहेज करना चाहिए. आइए जानें ये चीजें कौनसी हैं.
कब्ज में ना खाए जाने वाले फूड | Foods To Avoid In Constipation
कॉफी
कॉफी पीने पर शरीर में डिहाइड्रेशन की दिक्कत हो सकती है जिससे कब्ज की समस्या पहले से भी ज्यादा बढ़ने की संभावना होती है. कैफीन युक्त चीजों को इस चलते कब्ज के दौरान डाइट से दूर रखना चाहिए. आयुर्वेद के अनुसार खासकर सुबह के समय आपको गर्म पानी में घी डालकर पीना चाहिए, यह कब्ज की समस्या में मददगार साबित होता है.
केले अगर कच्चे हों तो कब्ज को बढ़ाने का काम कर सकते हैं और अगर पके हुए हों तो फाइबर (Fiber) का अच्छा स्त्रोत होते हैं जिस चलते कब्ज में राहत मिलती है. इसलिए आपको कच्चे केले से खास परहेज करना चाहिए.
आयुर्वेद के अनुसार कब्ज की समस्या में जीरा नहीं खाना चाहिए. जीरा तासीर में सूखा होता है और इसे आयुर्वेद में ग्राही भी कहा गया है जो नमी सोखने का काम करता है. इसलिए इसे कब्ज (Constipation) होने पर खाने से बचना चाहिए.
आमतौर पर दही (Curd) को पाचन के लिए बेहतर माना जाता है, लेकिन आयुर्वेद में कब्ज के लिए दही को अच्छा नहीं कहा गया है. दही को आयुर्वेद में ग्राही कहा गया है, साथ ही इसे कब्ज के लिए सही खाद्य पदार्थ नहीं माना जाता.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.