Healthy Tips: ऐसे बहुत से लोग हैं जो चाहे कितनी ही बार पानी पी लें लेकिन उनकी प्यास नहीं बुझती. रात-देररात पानी पीने के लिए नींद भी खुल जाती है और दिन में प्यास लगती है तो लगातार पानी पीने पर भी प्यास जस की तस बनी रहती है. ऐसे में यह समझना जरूरी हो जाता है कि आखिर इस प्यास (Thirst) का कारण क्या है. जाहिर सी बात है बार-बार पानी पीकर बाथरूम के चक्कर तो नहीं लगाए जा सकते हैं. बता दें कि इस प्यास के कई कारण हो सकते हैं. जानिए कैसे पा सकते हैं इस दिक्कत से छुटकारा.
बार-बार प्यास लगने के कारण | Causes Of Excessive Thirst
डिहाइड्रेशन
डिहाइड्रेशन को निर्जलीकरण कहा जाता है. इसका अर्थ है शरीर में जरूरत से ज्यादा पानी की कमी हो जाना. पानी ना पीने पर या कम पानी पीने पर डिहाइड्रेशन (Dehydration) की दिक्कत हो जाती है. इसके बाद आप चाहे कितना ही पानी पीने लगें ऐसा लगता है जैसे प्यास बुझ ही नहीं रही. इस डिहाइड्रेशन को दूर करने के लिए सादे पानी के साथ-साथ फलों के जूस और नारियल पानी पीने की कोशिश करें. राहत मिलेगी.
डायबिटीज (Diabetes) होने पर भी जरूरत से ज्यादा प्यास लगने की दिक्कत हो जाती है. शरीर में हाई ब्लड शुगर होने पर शरीर इस शुगर को यूरिन के साथ बाहर निकालने की कोशिश करता है जिसमें पानी भी शरीर से निकलने लगता है. ऐसे में प्यास बढ़ जाती है.
शरीर का ब्लड प्रेशर बढ़ने पर भी शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है. इस स्थिति में कितना ही पानी पिएं कम ही लगता है. हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) की दिक्कत गलत जीवनशैली का संकेत देती है. ऐसे में ब्लड प्रेशर तो बढ़ता ही है साथ ही शरीर में पानी की कमी महसूस होने लगती है सो अलग.
- बार-बार प्यास लगने की दिक्कत से निजात पाने के लिए सौंफ का पानी (Fennel Water) पिया जा सकता है. सौंफ के पानी को बनाने के लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच सौंफ डालकर उबाल लें. इसमें एक छोटा चम्मच मिश्री मिला लें. जब पानी थोड़ा ठंडा हो जाए तो इसे पिएं. इसे पीने पर मुंह में लार बनती है जिससे मुंह सूखा नहीं लगता और बार-बार प्यास लगने की दिक्कत नहीं होती.
- मुंह सूखा ना रहे और प्यास ना लगती रहे इसके लिए च्विंगम भी चबाई जा सकती है.
- बार-बार लार गटकने पर भी हर थोड़ी देर में प्यास लगने की दिक्कत नहीं होती है.
- दिन में 2 से 3 बार नींबू पानी पीते रहने से प्यास लगने कम होगा.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.