Jaggery in Cough: ठंड का मौसम आते ही लोग गुड़ खाना शुरू कर देते हैं. ये न केवल खाने में स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद अच्छा माना जाता है. गुड़ खाने से आपको एक साथ कई लाभ मिल जाते हैं. हालांकि, कई लोगों के मन में सवाल होता है कि क्या खांसी होने पर गुड़ खाया जा सकता है? इसे लेकर मशहूर आयुर्वेदिक डॉक्टर रोबिन शर्मा ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में वे बताते हैं, सर्दी-जुकाम, खांसी की समस्या में भी गुड़ बेहद फायदेमंद हो सकता है. सही तरीके से खाने पर गुड़ गले में जमा कफ को निकालने में भी मदद कर सकता है.
खांसी होने पर कैसे करें गुड़ का सेवन?
इसके लिए आप गुड़ से एक काढ़ा बनाकर पी सकते हैं. डॉक्टर शर्मा के अनुसार, अगर आपको खांसी, गले में खराश, कफ जमना या बार-बार सर्दी की समस्या रहती है, तो गुड़ से बना यह काढ़ा काफी राहत पहुंचा सकता है.
चाहिए होंगी ये चीजें- काढ़ा बनाने के लिए आपको एक छोटा गुड़ का टुकड़ा
- 1/4 इंच अदरक
- 4–5 काली मिर्च और
- 5–7 तुलसी के पत्तों की जरूरत होगी.
- इसे बनाने के लिए सबसे पहले एक छोटा गुड़ का टुकड़ा लें और उसे हल्का-सा कूट लें.
- इसके बाद लगभग 1/4 इंच अदरक, 4–5 काली मिर्च और 5–7 तुलसी के पत्तों को भी एक साथ कूट लें.
- सभी चीजों को गुड़ में डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें.
- अब, इन सभी चीजों को एक गिलास पानी में डालकर गैस पर उबलने रखें.
- जब पानी आधा रह जाए, तो गैस बंद कर दें. इसे छानकर गुनगुना खाली पेट पिएं.
डॉक्टर शर्मा बताते हैं, इस काढ़े को रोज सुबह खाली पेट पीने से गले में जमा कफ धीरे-धीरे बाहर निकलने लगता है, खांसी में आराम मिलता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. सर्दियों के मौसम में यह नुस्खा खास तौर पर असर दिखा सकता है क्योंकि गुड़ और अदरक दोनों ही शरीर को गर्म रखते हैं. गुड़ और अदरक एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होते हैं, जो गले की सूजन को कम करने में मदद करते हैं. वहीं, काली मिर्च का तीखापन गले को साफ करता है और तुलसी सांस से जुड़ी समस्याओं में प्राकृतिक आराम देती है.
हांलाकिं, अगर आपकी खांसी कई दिनों तक बनी रहती है, बुखार आता है या सांस लेने में परेशानी होती है, तो सिर्फ घरेलू उपायों पर निर्भर न रहें. ऐसे मामलों में डॉक्टर की सलाह जरूरी होती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.