What is safed musli good for: सफेद मूसली एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल सदियों से कई तरह की समस्याओं में किया जाता है. खासकर दूध में सफेद मूसली का पाउडर मिलाकर पीने को सेहत के लिए बेहद अच्छा माना जाता है. इसी कड़ी में न्यूट्रिशनिस्ट राजमनी पटेल ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में पोषण विशेषज्ञ ने सफेद मूसली वाले दूध के कुछ ऐसे ही फायदे बताए हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में, साथ ही जाएंगे एक दिन में कितनी सफेद मूसली खानी चाहिए.
दूध में सफेद मूसली पाउडर डालकर पीने के फायदे
नंबर 1- एनर्जी और स्टैमिना बढ़ाएन्यूट्रिशनिस्ट बताती हैं, सफेद मूसली एक नेचुरल रिवाइटलाइजर है. यह शरीर को तुरंत एनर्जी देती है और थकान कम करती है. ऐसे में अगर आप जल्दी थक जाते हैं, तो रोज सफेद मूसली का सेवन कर सकते हैं. ये आपको एक्टिव और फ्रेश महसूस कराने में मदद कर सकती है.
नंबर 2- मसल्स स्ट्रेंथ में सुधारराजमनी पटेल कहती हैं, जो लोग जिम जाते हैं, उनके लिए सफेद मूसली का सेवन खासतौर पर फायदेमंद हो सकता है. ये मांसपेशियों की रिकवरी में मदद करती है और एंड्यूरेंस बढ़ाती है, जिससे वर्कआउट परफॉर्मेंस बेहतर होती है.
इसमें एडैप्टोजेनिक प्रॉपर्टीज होती हैं, जो शरीर के तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) को कंट्रोल करने में मदद करती हैं. इससे मानसिक शांति मिलती है और नींद भी बेहतर हो सकती है.
नंबर 4- हार्ट और इम्युनिटी के लिए फायदेमंदइन सब से अलग सफेद मूसली में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर को फ्री-रैडिकल्स से बचाते हैं, जिससे दिल की सेहत और इम्युनिटी दोनों मजबूत होती हैं.
- इसके लिए एक गिलास दूध को हल्का गर्म कर लें. इसमें एक छोटा चम्मच सफेद मूसली पाउडर मिलाएं.
- दो-तीन मिनट तक दूध को ऐसे ही छोड़ दें ताकि पाउडर इसमें अच्छी तरह घुल जाए.
- अगर चाहें तो स्वाद के लिए थोड़ा शहद या गुड़ मिला सकते हैं.
- इसके बाद हल्का गुनगुना होने पर दूध पी लें.
राजमनी पटेल कहती हैं, इसे दिन में एक बार पीना ही काफी होता है. आप रात को सोने से पहले या सुबह खाली पेट पी सकते हैं. लगातार 45–60 दिनों तक इस दूध को पीने से आपको अपनी बॉडी में अच्छे बदलाव देखने को मिल सकते हैं.
इन बातों का रखें ध्यानगर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को बिना डॉक्टर सलाह इसे नहीं लेना चाहिए. हाई ब्लड शुगर या हाई बीपी वाले लोग भी डॉक्टर से पूछकर ही लें. ज्यादा मात्रा लेने पर गैस, बेचैनी, हार्ट रेट बढ़ना या हार्मोनल असंतुलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए इस पाउडर को रोजाना एक चम्मच से ज्यादा न लें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.