Buckwheat Benefits: त्योहार और व्रत के दिनों में कुट्टू का आटा खूब खाया जाता है. कुट्टु के आटे को खानपान में आम दिनों में कम ही लोग शामिल करते हैं जबकि यह आटा स्वास्थ को कई फायदे देता है जिस चलते इसे डाइट का हिस्सा बनाया जा सकता है. रोज-रोज ना भी सही लेकिन इस आटे को हफ्ते में 3 से 4 बार तो खाना ही चाहिए. इसकी बड़ी वजह यह है कि कुट्टू का आटा (Kuttu Ka Aata) मेटाबॉलिज्म से लेकर बल्ड शुगर को सामान्य बनाए रखने तक में फायदेमंद है. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, इसमें अच्छी मात्रा में कैल्शियम होता है और इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं. जानिए कुट्टू का आटा खाने पर और कौन-कौनसे फायदे मिलते हैं.
बढ़ाने हैं बाल तो इन 5 चीजों को खाना कर दीजिए शुरू, मिलेगा भरपूर विटामिन ई, जड़ें हो जाएंगी मजबूत
कुट्टू का आटा खाने के फायदे | Benefits Of Eating Kuttu Ka Aata
डायबिटीज में फायदेमंदडायबिटीज (Diabetes) में ब्लड शुगर जरूरत से ज्यादा घटने या बढ़ने ना लगे इस बात का खास ध्यान रखना जरूरी होता है. कु्ट्टू का आटा खाने पर ब्लड शुगर लेवल्स कम हो सकते हैं. इनसे शरीर में लिपिड बैलेंस होता है और यह टाइप-2 डायबिटीज कंट्रोल करने में असरदार है.
वजन घटाने की डाइट में कुट्टू के आटे को शामिल किया जा सकता है. यह तेजी से पच जाता है और इससे शरीर को कई पोषक तत्व मिलते हैं जिससे मेटाबॉलिज्म अच्छा रहता है. इसका ग्लाइसेमिक एसिड कम होता है जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है.
कुट्टू का आटा फाइबर से भरपूर होता है. फाइबर की अच्छी मात्रा होने से यह जल्दी पच जाता है. वहीं, फाइबर पेट की सेहत अच्छी बनाए रखता है. इससे कब्ज (Constipation) जैसी दिक्कतें दूर रहती है. ब्लोटिंग और अपच की दिक्कत भी इससे दूर रहती है.
हड्डियों की सेहत अच्छी रखने के लिए भी कुट्टू का आटा खाया जा सकता है. कुट्टू के आटे में मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है. मैग्नीशियम कैल्शियम को सोखने में असरदार है. हड्डियों को कैल्शियम की जरूरत होती है इस चलते मैग्नीशियम भी शरीर के लिए जरूरी है ताकि हड्डियां कैल्शियम को सोख पाएं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.