Brain health: आजकल जीवन इतनी व्यस्तताओं से भरा है कि समय से खाना, उठना और सोना जैसे भूल गए हैं. जिसके कारण कम उम्र में ही लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आने लगे हैं, जैसे- शुगर (sugar), हाइपरटेंशन (hypertension), हार्ट अटैक (heart attack), थायराइड (thyroid) आदि. इसके अलावा एक समस्या और भी है जो लोगों में आम हो चुकी है, भूलने की (memory loss) जिसका एक ही कारण है खराब दिनचर्या (lifestyle). ऐसे में अगर 6 आदतों को अपनी रूटीन का हिस्सा आज से ही बना लें तो आपका दिमाग (brain health) भी घोड़े की तरह दौड़ने लग जाएगा. तो चलिए जानते हैं उनके बारे में.
दिमाग को तेज बनाएंगी ये 6 आदतें | These 6 habits keep your mind strong and fit
नींद पूरी करेंनींद पूरी न होने से दिमाग तो कमजोर होती ही है साथ ही कई बीमारियों को बुलावा भी मिलता है, इसलिए 6 से 8 घंटे की नींद जरूर पूरी करें.
बात-बात पर गुस्सा करने और चिल्लाने की आदत को छोड़ दें. इससे आपके दिमाग की नसों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप दिमाग कमजोर पड़ता है और धीरे-धीरे काम करना बंद कर देता है.
डार्क चॉकलेट, ग्रीन टी, अखरोट, बादाम, बेरी, अनार, ब्रोकली आदि को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं. इसके अलावा हरी सब्जियों और फलों को अपने खानपान में जरूर शामिल कर लें. ऐसा करने से आपके दिमाग की गति भी धीमी नहीं पड़ेगी.
तेज दिमाग के लिए सुबह की पहली मील यानी नाश्ता कभी मत छोड़ना. ऑफिस या किसी अन्य काम के लिए बाहर निकल रहे हैं तो ब्रेकफास्ट करके ही जाएं. और हां सुबह का नाश्ता भरपेट करें. नाश्ते में आप चूड़े का पोहा, साबूदाना पोहा, केला, दूध, अंडा, ब्रेड आदि चीजें ले सकते हैं.
इसके अलावा दिमाग को मजबूत और तेज बनाने के लिए पजल गेम खेलें. इससे आपका आई क्यू लेवल बहुत अच्छा होता है. आजकल फोन पर ढेर सारे ब्रेन गेम हैं जिसे गूगल प्ले में जाकर डाउनलोड कर सकते हैं. वहीं, अखबार में आने वाले सुडोकू गेम को सॉल्व करके अपने दिमाग की कसरत करवा सकती हैं.
योग व एक्सरसाइज दिमाग और शरीर दोनों को फिट रखने के लिए बहुत जरूरी है. इसलिए रोजाना सुबह आधे घंटे योग व ध्यान करने में लगाएं. इससे आप पूरे दिन तरोताजा रहेंगे और दिमाग भी सही दिशा में दौड़ेगा.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.