Healthy Foods: प्रोबायोटिक्स बैक्टीरिया होते हैं जो गट हेल्थ यानी पेट की सेहत को अच्छा रखते हैं. गट हेल्दी फूड्स खाने पर पाचन संबंधी दिक्कतें दूर रहती हैं और पाचन बेहतर होने में मदद मिलती है सो अलग. खाने की जिन चीजों में प्रोबायोटिक्स (Probiotics) होते हैं उनमें हेल्दी एंजाइम्स, खनिज और विटामिन भी पाए जाते हैं. प्रोबायोटिक्स के फायदों की बात करें तो इनसे गुड गट बैक्टीरिया बढ़ते हैं और खराब डाइट या बीमारियों के कारण पनपने वाले बैक्टीरिया से छुटकारा मिलता है. इंफेक्शंस से लड़ने में शरीर को मदद मिलती है और प्रोबायोटिक्स से कब्ज या डायरिया जैसी दिक्कतें भी दूर रहती हैं. न्यूट्रिशनिस्ट साक्षी लालवानी भी कुछ ऐसे ही प्रोबायोटिक्स फूड्स का जिक्र कर रही हैं जो गट हेल्थ के लिए बेहद अच्छे हैं. जानिए इन फूड्स के बारे में.
गट हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक फूड्स | Probiotic Foods For Gut Health
ग्रीक योगर्ट - अच्छा प्रोबायोटिक फूड होने के साथ ही ग्रीक योगर्ट (Greek Yogurt) में चीनी कम होती है और प्रोटीन के साथ-साथ कैल्शियम की अधिक मात्रा पाई जाती है.
आटिचोक - इस सब्जी में इनुलिन नाम का फाइबर होता है जो प्रोबायोटिक की तरह काम करता है.
ड्रेगन फ्रूट - कब्ज से छुटकारा पाने में इस फल का खासतौर से असर देखने को मिलता है.
लहसुन - प्रोबायोटिक होने के साथ ही लहसुन (Garlic) में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं.
मशरूम - ब्लड शुगर लेवल्स कम करने और गैस्ट्रोइंटेस्टिनल बीमारियों को दूर रखने में मशरूम असरदार होता है.
डैंडिलियन लीव्स - ये पत्ते खराब पेट को ठीक करने का काम करते हैं और एपेटाइट को स्टिम्यूलेट करने में असर दिखाते हैं.
ये फूड्स भी हैं अच्छे प्रोबायोटिक्स
- छाछ एक अच्छा प्रोबायोटिक फूड है. छाछ के सेवन से शरीर को हेल्दी गट बैक्टीरिया मिलते हैं.
- हरे ऑलिव्स (Green Olives) भी खानपान का हिस्सा बनाए जा सकते हैं. इनमें गट फ्रैंडली बैक्टीरिया होते हैं.
- हरी मटर प्लांट बेस्ट प्रोबाटिक है जिसे डेली डाइट का हिस्सा बनाया जा सकता है.
- एपल साइडर विनेगर भी पेट के लिए अच्छा होता है. इसमें हेल्दी प्रोबायोटिक्स पाए जाते हैं.
- पनीर प्रोबायोटिक्स का भरपूर स्त्रोत है. इसे खाने पर शरीर को कई फायदे मिल जाते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.