Parenting: छोटे बच्चे पानी की तरह होते हैं, जिस तरह पानी किसी भी बर्तन में ढल जाता है वैसे ही बच्चे दूसरों की आदतों को भी इसी तरह खुद में डाल लेते हैं. छोटी उम्र में बच्चों को सही और गलत की समझ नहीं होती जिससे उन्हें समझ नहीं आता कि किन आदतों को अपनाना चाहिए और किन को नहीं. वहीं, कहा जाता है कि बच्चे अच्छी से ज्यादा बुरी आदतों को तेजी से अपनाते हैं. ऐसे में यह जिम्मेदारी माता-पिता के ऊपर आती है कि वे इस बात का खासा ध्यान रखें कि बच्चों में कौनसी बुरी आदतें (Bad Habits) हैं जो बच्चे जल्दी सीख सकते हैं और किस तरह इन आदतों को लगने से रोका जा सकता है.
कौनसी बुरी आदतें बच्चों को जल्दी लगती हैं
काम टालने की आदतबच्चे एक बार काम टालना शुरू करते हैं तो बस काम टालते ही रहते हैं. हर काम को करने के लिए वे बहाना बनाने लगते हैं और हर काम को कल पर छोड़ना शुरू कर देते हैं. यह काम स्कूल का होमवर्क भी हो सकता है या फिर अपने खिलौने अलग से समेटकर रखना भी. माता-पिता को ध्यान रखना जरूरी है कि बच्चे को यह आदत ना लगे.
बच्चे एक बार चुगली (Gossip) करना सीखते हैं और बस करते ही रहते हैं. इस काम में बच्चों को मजा तो खूब आता है लेकिन छोटी उम्र से ही बच्चों की आपस में लड़ाइयां शुरू हो जाती हैं और जाने-अनजाने वे अपने दोस्तों या अन्य लोगों को दुख पहुंचाने लगते हैं सो अलग.
बचपन में लगी यह आदत बड़े होने तक साथ रहती है. नाखून चबाना (Biting Nails) एक बुरी आदत है जिसे बच्चे को शुरूआत में ही डांट-डंपटकर छुड़वाने की कोशिश करनी चाहिए. नाखून अगर गंदे हों और बच्चा नाखून चबाता हो तो इससे बच्चा बीमार भी पड़ सकता है.
बच्चों को झूठ बोलने की आदत भी तेजी से लगती है और एकबार बच्चा झूठ बोलना शुरू करता है तो हर छोटी-बड़ी बात पर झूठ बोलने लगता है. ऐसे में पैरेंट्स को इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि बच्चा झूठ ना बोले और अगर कभी कुछ झूठ कहे तो पैरेंट्स को उससे बात करके उसका डर निकालना चाहिए और झूठ बोलने की जरूरत क्यों पड़ी इस बात की जड़ तक पहुंचना चाहिए.
अपने दोस्तों या आस-पास के लोगों से बच्चे गाली देना सीख सकते हैं. यह एक बुरी आदत है जिससे बच्चों को दूर रखना जरूरी होता है. कोशिश करें कि बच्चे को समझाकर इस आदत को छुड़वाया जा सके.