Diabetes control tips by Sadguru : देश और दुनिया में ब्लड शुगर के मरीज दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. यह एक क्रोनिक बीमारी है. एक बार इसकी चपेट में जो आ जाए उसे पूरा जीवन खानपान में एहतियात बरतना पड़ता है. आपको उन सारी चीजों से दूरी बनानी होती है, जिसमें शुगर और कार्ब्स की मात्रा ज्यादा होती हैं. आलू, चावल और चीनी, इन तीनों को हाथ भी लगाने की मनाही होती है. एक निवाला इसका आपको हॉस्पिटल में भर्ती करा सकता है. ऐसे में हम यहां पर सदगुरु द्वारा बताए कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जिसे शुगर जैसी बीमारी की शुरूआत में आप अपना लेते हैं तो फिर जड़ से खत्म हो सकती है. तो आइए जानते हैं. इस हरी सब्जी का सेवन आपके शरीर से कैल्शियम निचोड़ देता है, हड्डियां समय से पहले होने लगती हैं बूढ़ी
ब्लड शुगर बढ़ने का कारण
ब्लड को ग्लूकोज के रूप में जाना जाता है, यह आपको एनर्जेटिक बनाए रखने में मदद करता है. ग्लूकोज आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन से आता है, विशेष रूप से ब्रेड और आलू. जब रक्तप्रवाह में ग्लूकोज होता है, तो अग्न्याशय (पेट के पास का एक अंग) इंसुलिन नामक एक हार्मोन बनाता है. इंसुलिन शरीर की कोशिकाओं को ग्लूकोज को अवशोषित करने और इसे ऊर्जा के रूप में परिवर्तित करने का काम करता है. लेकिन जब शरीर में इंसुलिन बनने में रुकावट पैदा होती है तो फिर बॉडी में शुगर का लेवल बढ़ जाता है.
सद्गुरु के अनुसार कैसे करें ब्लड शुगर कंट्रोल
- सदगुरु के अनुसार जिन लोगों की ब्लड शुगर बढ़ती रहती है वो अपनी डाइट में रागी का सेवन करें. इस अनाज का सेवन करने से शुगर लेवल तेजी से नहीं बढ़ता. आप रागी का सेवन खिचड़ी, दाल और सब्जियों में कर सकते हैं.
- शारीरिक गतिविधि बहुत जरूरी है ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए. आपके पास जिम और योग करने का समय नहीं है, तो फिर पेड़ पौधों के साथ समय बिताएं. गार्डेनिंग करें और सुबह नंगे पाव घास पर टहलें. इससे आपका ब्लड शुगर कंट्रोल हो सकता है. इससे आपके आंख की रोशनी मजबूत होती है.
- आप मिट्टी का लेप शरीर पर 30 से 40 मिनट के लिए लगाकर रखें. यह भी आपके बढ़ शुगर को कंट्रोल कर सकता है. शंभी महामुद्रा का सहारा लेकर आप आसानी से डायबिटीज कंट्रोल कर सकते हैं. यह मुद्रा एक शक्तिशाली योगिक क्रिया है जो बॉडी को कई तरह से फायदा पहुंचाती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.