Parenting: अक्सर ही बच्चे स्कूल से आते हैं और अपना बैग साइड में पटककर टीवी के सामने बैठ जाते हैं या फिर बाहर खेलने निकल जाते हैं. लेकिन, इससे बच्चों का सही शेड्यूल नहीं बन पाता है और आखिर में शाम के समय बच्चे अपना स्कूल का काम लेकर बैठ जाते हैं और उसके बाद फिर से टीवी देखना और खाकर सो जाना. इससे बच्चों के रूटीन में जरूरी काम शामिल नहीं हो पाते और बच्चों की आदतें (Habits) बिगड़ती हैं सो अलग. अगर आप भी बच्चों की आदतें सुधारना चाहते हैं या फिर यह चाहते हैं कि बच्चा अच्छे गुण सीखे तो स्कूल से लौटकर आने के बाद उससे कुछ काम करवाए जा सकते हैं. बचपन की अच्छी आदतें बहुत आगे तक बच्चों के लिए फायदेमंद साबित होती हैं.
स्कूल से आने के बाद बच्चों से क्या करवाना चाहिए
नहाने के लिए कहेंबच्चे स्कूल में बहुत से बच्चों से मिलते हैं, खेलते-कूदते हैं और अलग-अलग सतह से लगकर गुजरते हैं. ऐसे में बच्चों को बीमारियों से दूर रखने के लिए उन्हें नहलाया जा सकता है. बच्चा नहा लेगा तो उसे भी फ्रेश महसूस होगा.
बच्चे स्कूल से आकर थक जाते हैं. ऐसे में बच्चों को कुछ देर नैप लेने के लिए कहें. नहाने और सोने के बाद जब बच्चा उठेगा तो उसे खेलकूद में भी मजा आएगा और पढ़ाई भी बेहतर तरह से कर पाएगा.
यह कोई काम नहीं है लेकिन बच्चे स्कूल से आ जाएं तो दिन में एक समय ऐसा जरूर निकालें जब आप उससे बैठकर बातें करें और उसकी बातें सुनें. तनाव (Stress) सिर्फ बड़ों को ही नहीं होता बल्कि बच्चे भी तनाव से घिर सकते हैं. ऐसे में बच्चों से उनकी दिनचर्या पूछना जरूरी है.
बच्चे बाहर जाकर तो खेलते ही हैं, स्कूल से आने के बाद उन्हें रोजाना कोई ना कोई माइंड गेम भी खिलवाएं. बच्चे सुडोकू, चेस, पजल्स या फिर ऊनो वगैरह खेल सकते हैं. साथ ही, बाहर जाकर भी बच्चों को कुछ समय खेलना चाहिए.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.