Women's Health: गर्भाशय के दोनों तरफ लगे गोलाकार अंग को ओवरी कहते हैं. ओवरी बच्चेदानी का ही हिस्सा है और इसके बिना महिला गर्भ धारण नहीं कर पाती है. इस ओवरी या अंडाशय में सिस्ट यानी गांठ बन सकती है. यह गांठ फ्लूइड से भरी हुई होती है जो गर्भाशय से जुड़ी और कई दिक्कतों का कारण बनती है. ओवरी ही महिला के शरीर के अनेक परिवर्तनों की वजह होती है. ऐसे में ओवेरियन सिस्ट्स (Ovarian Cysts) की समस्या गंभीर है. जानिए गर्भाशय या अंडाशय में गांठ बनने के लक्षण और कारणों के बारे में जिससे समय रहते डॉक्टर की सलाह लेकर इस दिक्कत से छुटकारा पाया जा सके.
अंडाशय में गांठ बनने के लक्षण | Ovarian Cysts Symptoms
अंडाशय या गर्भाशय में गांठ बनने पर शरीर के निचले हिस्से में दर्द रहने लगता है. इससे सूजन भी नजर आ सकती है. खासकर पेट के पास सूजन और दर्द की शिकायत रहती है. पेल्विट यानी नितंब के पास के हिस्से में जरूरत से ज्यादा दर्द होना भी ओवेरियन सिस्ट्स के कारण हो सकता है.
उल्टी आना, जी मितलाना और ब्लोटिंग यानी पेट फूलने की समस्या भी ओवेरियन सिस्ट्स के लक्षणों में शामिल है.
लगातार पीठ के निचले हिस्से में दर्द रहना. पैरों और जांघों में दर्द, ब्रेस्ट टिशूज में दर्द, पीरियड्स (Periods) समय पर ना आना और भारीपन महसूस होना भी अंडाशय में गांठ बनने की वजह से हो सकता है. इसके अलावा मलल्याग करने में दर्द महसूस होना भी इस दिक्कत में देखा जाता है.
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शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस और प्रेग्नेंसी में आई दिक्कतों के कारण अंडाशय या गर्भाशय (Uterus) में गांठ बनने लगती है. अगर ओव्यूलेट करने के लिए दवाइयां खाई जाएं तो उनके साइड इफेक्ट्स से भी ओवेरियन सिस्ट्स बन सकते हैं.
अगर आपको भी ओवेरियन सिस्ट्स के लक्षण नजर आने लगे हैं या महसूस होते हैं तो तुरंत अपने चिकित्सक से सलाह लें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.