Perplexity के साथ भारत में हो गया ये खेल, नाम टाइप करते ही खुल रहा Google Gemini

Perplexity Domain Controversy: एआई पर काम करने वाले Perplexity को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है. कंपनी के साथ ये हाल हो चुका है कि कोई उसका सही पता पूछ रहा है तो खुद दूसरे पते पर पहुंचा दिया जा रहा है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
परप्लेक्सिटी के साथ हो गया ये खेल

Perplexity Domain Squatting: आपने किसी बैंक में सैलरी अकाउंट खुलवाया और इसमें आने वाली सैलरी किसी और के खाते में चली जाए तो आपको कैसा लगेगा? AI प्लेटफॉर्म परप्लेक्सिटी के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है. जो लोग इसके भारतीय डोमेन Perplexity.in पर जाना चाहते हैं, वो सीधे गूगल के Gemini पर पहुंच रहे हैं. अब सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर खूब चर्चा हो रही है और परप्लेक्सिटी के इस हाल पर लोग तरस भी खा रहे हैं. ये पूरा खेल परप्लेक्सिटी की एक छोटी सी गलती से हुआ, जो अब उसे काफी ज्यादा भारी पड़ने वाली है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला... 

क्या है Perplexity?

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम करने वाली कंपनियों में Perplexity का नाम भी शामिल है. गूगल और माइक्रोसॉफ्ट की तरह ये एआई स्टार्टअप भी लोगों को एआई की मदद से तमाम तरह की सुविधाएं देता है. पिछले कुछ वक्त में ये काफी मशहूर हो गया और आज करोड़ों लोग इसका इस्तेमाल करते हैं. सैन फ्रांसिस्को स्थित ये एआई कंपनी भारत के अलावा कई देशों में काम कर रही है. 

डोमेन नहीं किया था सिक्योर

दरअसल ये पूरा मामला डोमेन का है. Perplexity ने अपने भारतीय डोमेन को सिक्योरी नहीं किया था. यही वजह है कि Perplexity टाइप करने पर गूगल लोगों को सीधे अपने एआई चैटबॉट  Gemini पर लेकर जा रहा है. क्योंकि Perplexity ने भारत में अपना डोमेन नहीं खरीदा, ऐसे में किसी और ने मौके पर चौका मारा और इस डोमेन को सिक्योर कर लिया. ऐसा करने वाले ने ही Perplexity को सीधे Google Gemini पर रीडायरेक्ट कर दिया है, जिससे सही पता डालने के बावजूद लोग दूसरे पते पर पहुंच रहे हैं. 

लॉरेंस बिश्नोई ने पंजाब के किस कॉलेज से की थी पढ़ाई? ये बड़े गैंगस्टर भी थे साथ

खर्च करने पड़ सकते हैं करोड़ों रुपये?

बताया जा रहा है कि Perplexity ने भारत की तरह किसी भी देश में अपना डोमेन नहीं खरीदा है. Perplexity.ai डोमेन पर ही इस कंपनी का काम चल रहा है. हालांकि भारत में किसी और ने ये डोमेन खरीद लिया, जिसके बाद अब कंपनी को इसे वापस लाने के लिए बड़ी रकम खर्च करनी पड़ सकती है. ऐसा पहले भी कई बार हो चुका है, जब कोई स्टार्टअप डोमेन खरीदना भूल जाता है और इस गलती का उसे बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ता है. 

Featured Video Of The Day
Prem Kumar बने बिहार विधानसभा के स्पीकर, सर्वसम्मति से हुआ चुनाव | Bihar Assembly | Breaking News