Ayodhya Babri Masjid: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद अब मस्जिद बनाने को लेकर चर्चा तेज हो चुकी है. कुछ मुस्लिम नेताओं ने इस मस्जिद का नाम बाबरी मस्जिद ही रखने की बात कही, जिसके बाद विवाद बढ़ गया और दूसरी तरफ से भी जवाब आने लगे. यहां तक कि धमकियां मिलने लगी हैं कि बाबर के नाम पर अगर मस्जिद बनी तो एक भी ईंट नहीं रखी जाएगी. इसी विवाद के बीच हम आपको आज बाबर और उसकी बनाई गई मस्जिदों के बारे में जानकारी दे रहे हैं. आइए जानते हैं कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद के अलावा बाबर ने भारत में कौन सी मस्जिदें बनवाई थीं.
कई दशकों तक चला था बाबरी विवाद
अयोध्या में बाबरी मस्जिद का विवाद कई दशकों तक चला और आखिरकार 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ, अब अयोध्या में राम मंदिर पूरी तरह से बनकर तैयार हो चुका है. सुप्रीम कोर्ट ने इस विवाद को लेकर फैसला सुनाते हुए मस्जिद के लिए भी अलग से पांच एकड़ जमीन मुहैया कराने और इसके निर्माण की बात कही थी. राम मंदिर निर्माण के बाद अब मस्जिद निर्माण की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं.
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कौन था बाबर?
बाबर को मुगल सल्तनत का संस्थापक माना जाता है. उनका पूरा नाम जहीर-उद-दीन मोहम्मद बाबर था. समरकंद में मिली हार के बाद बाबर ने 1526 में पानीपत की पहली लड़ाई में इब्राहिम लोदी को हराया और भारत में अपनी नई सल्तनत बनाई. यहीं से भारत में मुगल साम्राज्य की शुरुआत हो गई. बाबर ने अपनी आत्मकथा भी लिखी थी, जिसे बाबरनामा कहा जाता है. उन्होंने इसी आत्मकथा में भारत आने और यहां किए गए हमलों का जिक्र किया है. बाबर पर भारत में कई मंदिरों पर हमला करने और तोड़ने के आरोप लगाए जात हैं. इसके अलावा जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप भी बाबर पर लगते हैं.
बाबर ने बनवाई ये मस्जिदें
बाबर ने अयोध्या में प्राचीन राम मंदिर को तुड़वाकर यहां मस्जिद बनवा दी थी, जिसे बाबरी मस्जिद कहा गया. इसके अलावा बाबर ने दो और मस्जिदों का निर्माण करवाया. पानीपत में स्थित काबुली बाग मस्जिद को भी बाबर ने ही बनवाया था. बताया जाता है कि पानीपत की लड़ाई जीतने के बाद इसे बनवाया गया था. इस मस्जिद का नाम उसने अपनी बेगम के नाम पर रखा था. इसके अलावा यूपी के संभल में बनी शाही जामा मस्जिद का इतिहास भी बाबर से ही जुड़ा है. बाबर के आदेश पर मीर बेग ने इस मस्जिद का निर्माण किया था. हिंदू पक्ष का दावा है कि इसे हरिहर मंदिर को तोड़कर बनाया गया था, जो भगवान विष्णु के कल्कि अवतार के लिए बनाया गया था.














