- झारखंड के गढ़वा जिले में जंगली हाथियों का आतंक जारी.
- पिछले 72 घंटों में हाथियों के हमले में तीन लोग मारे गए हैं.
- रंका थाना क्षेत्र में हाथियों ने एक घर को ध्वस्त किया, जिसमें एक बुजुर्ग की मौत हो गई.
- ग्रामीणों ने वन विभाग की उदासीनता पर नाराजगी जताई है.
झारखंड के गढ़वा जिले में जंगली हाथियों का आतंक बदस्तूर (Jharkhand Wild Elephants Terror) जारी है. जंगली हाथी पिछले 72 घंटों में तीन लोगों की जान ले चुके हैं. झुंड से बिछड़े हाथी ने आज रंका थाना क्षेत्र के नगारी गांव में घुसकर एक घर को ध्वस्त कर दिया. इस घटना में घर के भीतर सो रहे एक बुजुर्ग की दर्दनाक मौत हो गई. हाथियों को भगाने के लिए अब तक कोई सार्थक पहल नहीं किए जाने से ग्रामीण गुस्से में हैं. जबकि विधायक और सांसद ने बड़े स्तर पर पहल करने की बात कहीं है.
जंगली हाथियों ने ली 3 लोगों की जान
गढ़वा जिला इन दिनों हाथियों के लगातार हो रहे हमले से डरा और सहमा हुआ है. तीन लोगों की मौत से इलाके के लोग डरे हुए हैं. सोमवार को हाथियों के झुंड से बिछड़े एक हाथी ने धुरकी थाना क्षेत्र के चिरका में दो लोगों को कुचलकर मार डाला. हाथियों के हमले से डरे ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति नाराजगी देखी जा रही है. ग्रामीणों ने कहा कि हाथी लगातार क्षेत्र में आतंक मचा रहे हैं और वन विभाग चुप्पी साधे हुए है. वहीं गांव के मुखिया का कहना है कि डीएफओ से बात की गई है . उन्होंने हाथी भगाने की पहल की बात कही है.
जंगल कटने से गांव में घुस रहे हाथी
वहीं विधायक की दलील है कि लोग जंगल काट रहे हैं, जिसकी वजह से हाथी और अन्य जानवर गांव में घुस रहे है और लोगों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. वहीं पलामू सांसद बीडी राम ने कहा कि ये समस्या सिर्फ यहीं पर नहीं है बल्कि देश में और भी कई जगहों पर ऐसा ही हाल है. उन्होंने इस मामले को सदन में भी उठाया है. निश्चित तौर पर इस पर एक्शन लिया जाएगा.