झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को रांची के 'स्मार्ट सिटी' क्षेत्र में 310 बिस्तरों वाले एक 'मल्टी-स्पेशलिटी' अस्पताल की आधारशिला रखी. इस दौरान सीएम सोरेन ने कहा कि इस अस्पताल का निर्माण रांची नगर निगम (RMC) द्वारा निशुल्क उपलब्ध कराई गई 2.75 एकड़ भूमि पर कराया जा रहा है. ये अस्पताल अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होगा, जिससे झारखंड के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अन्य राज्यों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
सोरेन ने कहा, "सरकार की भी मूलभूत जरूरतें हैं, एक आम नागरिक के नाते उन सब विषयों को लेकर लगातार कोशिश कर रहे हैं. झारखंड में स्वास्थ्य सेवा को लेकर मैं हमेशा चिंतित रहा हूं. कई सुधार के बाद भी आज इसमें बहुत कमी दिखती है.2019 में कोरोना ने पूरी दुनिया की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी. हमारे राज्य में भी अस्पताल, डॉक्टर और दवाओं का अभाव था. लेकिन सिर्फ बेहतर प्रबंधन की वजह से ही हम कोरोना से लड़ाई जीत पाए. ये हमारे लिए गौरव की बात है. कई राज्यों में तो हालत इतनी बुरी थी जिसका आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते."
इस अस्पताल में 10 प्रतिशत बीपीएल वाले रोगियों का मुफ्त इलाज
वहीं एक अधिकारी ने बताया कि अपोलो अस्पताल गरीबी रेखा (बीपीएल) से नीचे जीवन यापन करने वाले 10 प्रतिशत रोगियों को मुफ्त या सरकारी योजनाओं के तहत रियायती दरों पर उपचार उपलब्ध कराएगा. उन्होंने राज्य के बाहर चिकित्सा सेवाएं लेने वाले लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों को स्वीकार किया और स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे के विस्तार की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया.
सोरेन ने बताया कि रांची के इटकी में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा समर्थित एक और अस्पताल स्थापित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि रांची के इस्लाम नगर में 28.78 करोड़ रुपये की लागत से छह नए आवासीय भवनों का निर्माण किया गया है, जो किफायती आवास उपलब्ध कराने की दिशा में एक कदम है. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना के 291 लाभार्थियों को आवास की चाबियां भी सौंपी.