करगिल: लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद-करगिल चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने मिलकर अब तक 17 सीटें जीती हैं जबकि मतगणना अभी जारी है. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी है. अधिकारियों ने बताया कि चार अक्टूबर को 26 सीटों पर चार अक्टूबर को चुनाव हुआ था, जिनमें से अब तक 20 सीटों के नतीजे घोषित हो चुके हैं.
प्रशासन 30-सदस्यीय लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी)-करगिल के लिए चार सदस्यों को मनोनीत करता है और उनके पास मतदान का अधिकार होता है. अधिकारियों के मुताबिक, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अब तक नौ सीटें जीती हैं जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस ने आठ सीटों पर फतह दर्ज की है. उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दो सीटों पर विजय हासिल की है, जबकि एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गई है.
चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला था. केंद्र द्वारा पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद-370 को निरस्त किए जाने और लद्दाख को केंद्र-शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद करगिल में यह पहला अहम चुनाव है. एलएएचडीसी चुनाव में 77.61 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था. नेशनल कॉन्फ्रेंस के फिरोज अहमद खान की अध्यक्षता वाली मौजूदा परिषद ने एक अक्टूबर को अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया. नई परिषद 11 अक्टूबर से पहले गठित होगी.
नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस ने चुनाव से पहले गठबंधन की घोषणा की थी और क्रमश: 17 तथा 22 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. दोनों दलों ने कहा कि यह व्यवस्था उन इलाकों तक सीमित है, जहां भाजपा के साथ कड़ा मुकाबला है. पिछले चुनाव में एक सीट जीतने वाली भाजपा ने इस बार 17 प्रत्याशी मैदान में उतारे थे. आम आदमी पार्टी (भाजपा) ने भी चार सीटों पर अपनी किस्मत आजमाई, जबकि 25 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में थे. इस चुनाव में पहली बार इलेक्ट्र्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल किया गया.
ये भी पढ़ें-
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)