पश्चिम बंगाल पुलिस ने रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसा के मामले में एक 19 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में बंदूक के साथ नजर आ रहे सुमित शॉ (Sumit Shaw) को आज बिहार के मुंगेर से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शॉ ने रामनवमी के जुलूस के दौरान हथियार ले जाने की बात कबूल की है.
बीजेपी पर हावड़ा में साम्प्रदायिक हिंसा की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए तृणमूल के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने एक धार्मिक जुलूस का वीडियो जारी किया था. जिसमें सुमित शॉ बंदूक लिए नजर आ रहा था.
वहीं बीजेपी ने बनर्जी के ट्वीट का जवाब देते हुए दावा किया था कि वीडियो रामनवमी की रैली का नहीं है. बीजेपी की बंगाल इकाई ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया कि टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी द्वारा पोस्ट किया गया वीडियो उनकी यात्रा से नहीं है. वह हिंदुओं को बदनाम कर रहे हैं और लोगों को धार्मिक आधार पर विभाजित करने के लिए जांच की जानी चाहिए, यह आपराधिक कृत्य है.
एनडीटीवी इन वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर रहा है.
बता दें रामनवमी की रैलियों के दौरान हुगली और हावड़ा में सांप्रदायिक झड़पें हुईं थी. हिंसा के दौरान कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई थी. जबकि कुछ पुलिस वाहनों सहित कई कारों में आग लगा दी गई थी. स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े थे. यहां तक कि बंगाल सरकार को प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करना पड़ा और हिंसा प्रभावित जिलों में निषेधाज्ञा लागू किया गया.
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