नेशनल हेराल्ड मामले (National Herald Case) में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi)मंगलवार को लगातार दूसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पूछताछ के लिए पेश हुए. सोमवार को उनसे 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ हुई थी. राहुल से खिलाफ ईडी की जांच का विरोध करते हुए कांग्रेस नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया, जिस पर पुलिस ने पार्टी दफ्तर के बाहर से कुछ नेताओं को हिरासत में लिया. वे नेता ईडी दफ्तर की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे थे. विरोध प्रदर्शन के दौरान पार्टी के अकबर रोड स्थित ऑफिस से कुछ विजुअल सामने आए है, इसमें से एक में पुलिस अधिकारियों को यूथ कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी (Srinivas BV)को घसीटते हुए हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं की बस में भरते हुए देखा जा सकता है. इस दौरान श्रीनिवास, मीडिया से मुखातिब होकर यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि राहुल के खिलाफ केस राजनीति से प्रेरित है. बाद में श्रीनिवास को हिरासत में ले लिया गया और पुलिस बस में ले जाया गया.
उन्होंने बस के अंदर से एक फोन कॉल पर NDTV से कहा, "जिस तरह से महिला कार्यकर्ताओं और सीनियर लीडर्स के साथ व्यवहार किया गया, उस पर उन्हें (पुलिस को) शर्म आनी चाहिए. यह राजनीतिक प्रतिशोध है. "श्रीनिवास ने कहा, "उन्होंने सांसदों को भी नहीं बख्शा. ऐसा दुनिया में पहली बार हो रहा है उन्हें शर्म आनी चाहिए." चार से पांच पुलिसकर्मियों ने यूथ कांग्रेस प्रमुख को तब उठाने की कोशिश की जब वे पुलिस बैरिकेड को पार करने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन उन्होंने आक्रामक तरीके से रोकने के प्रयास काविरोध किया. एक महिला कार्यकर्ता को भी श्रीनिवास पुलिस से दूर करने का प्रयास करते हुए देखा जा सकता है.
यह घटना बीजेपी की ओर से श्रीनिवास पर तंज कसते हुए उनका एक वीडियो शेयर किए जाने के अगले दिन सामने आई है. बीजेपी की ओर से कल शेयर किए गए वीडियो में उन्हें गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस वाहन से बचकर भागते हुए देखा गया था. पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों का आरोप है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें थप्पड़ मारे और स्थान छोड़ने के आग्रह को मानने से इनकार कर दिया. क्षेत्र में लोगों को एकत्रित होने से रोकने के लिए धारा 144 लगाई गई है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत, रणदीप सिंह सुरजेवाला, अधीर रंजन चौधरी, तरुण गोगाई और केसी वेणुगोपाल को कांग्रेस ऑफिस के बाहर से उस समय हिरासत में लिया गया जब वे ईडी ऑफिस की ओर जाने की कोशिश कर रहे थे. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी पुलिस कार्रवाई के विरोधस्वरूप रोड के बीच बैठे हुए थे. हालांकि उन्हें हिरासत में नहीं लिया गया. कांग्रेस ने दावा किया है कि वे शांतिपूर्ण तरीके से सत्याग्रह मार्च निकालना चाहते थे लेकिन विरोध की आवाज को दबाने के लिए केंद्र सरकार, पुलिस बल का इस्तेमाल कर रही है.
- ये भी पढ़ें -
* "विपक्ष की रणनीति के बीच शरद पवार बोले- 'राष्ट्रपति पद की दौड़ में नहीं' : सूत्र
* "भगवान विट्ठल से ज्यादा बड़ी है पीएम मोदी की तस्वीर"- होर्डिंग को लेकर सवाल उठाने वाले NCP नेता को नोटिस जारी
* ""क्रोनोलॉजी समझिए...", राहुल गांधी से ED की पूछताछ पर कांग्रेस का जोरदार हमला