"मुसलमानों को मूल निवासी नहीं समझते योगी आदित्यनाथ": असदुद्दीन ओवैसी ने NDTV से खास बातचीत में कहा 

उन्होंने कहा कि पूरे देश में यह खौफ पैदा किया जा रहा है कि मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों की आबादी सबसे ज्यादा गिरी है, यह खुद सरकार का डाटा बताता है.

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असदुद्दीन ओवैसी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की ‘जनसंख्या असंतुलन‘ वाली टिप्पणी के एक दिन बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एनडीटीवी से बातचीत करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ भारत और उत्तर प्रदेश के मुसलमानों को मूल निवासी नहीं समझते हैं. उन्होंने कहा कि यह सरासर गलत है. भारत में मूल निवासी केवल आदिवासी और द्रविड़ लोग हैं. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुसलमान सबसे अधिक गर्भ निरोधकों का उपयोग कर रहे हैं. 

जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की मांग पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इसी साल अप्रैल में एक सवाल के जवाब में कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए देश में किसी कानून की आवश्यकता नहीं है. कुल प्रजनन दर 2016 में 2.6 थी, जो अब 2.3 है. उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में अगर किसी के पास डेमोग्राफिक डिविडेंट है तो वो भारत के पास है. हमारे देश की 50 फीसदी से ज्यादा आबादी 25 साल से कम उम्र की है. 60 फीसदी आबादी 40 साल से कम उम्र की है. 

उन्होंने कहा कि पूरे देश में यह खौफ पैदा किया जा रहा है कि मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों की आबादी सबसे ज्यादा गिरी है, यह खुद सरकार का डाटा बताता है. उन्होंने कहा कि यदि ये मान भी लिया जाए कि मुसलमानों की आबादी बढ़ भी रही है तो हिंदुओं के बराबर आने में उसे दो सौ से ढाई सौ साल लगेंगे. 

उन्होंने कहा कि बीजेपी वोट बैंक की पॉलिटिक्स कर रही है और मुसलमानों के जरिये पैदा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यदि आपको मुसलमानों की फिक्र है तो आप उनको तालीम दीजिए. 

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