उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की पूर्ववर्ती सरकारों पर राजनीति का अपराधीकरण और अपराधियों का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि पिछले साढ़े पांच वर्षों में यह राज्य अपराध और दंगा मुक्त हो गया है. मुख्यमंत्री ने सहारनपुर में 145 करोड़ रुपए की 243 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में कहा 'सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है, इसलिए देवबंद में एटीएस की स्थापना में कोताही नहीं बरती गई.''
उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में जो लोग भाजपा से पहले सत्ता में रहे उनके शासन में राजनीति परिवारवाद और भ्रष्टाचार की शिकार रही एक ऐसा राज्य जहां गुंडागर्दी चरम पर थी लोग यहां से पलायन कर रहे थे यहां हर दूसरे दिन सांप्रदायिक दंगे की घटना होती थी वही प्रदेश अब दंगा मुक्त हो गया है.' उन्होंने कहा 'पहले की सरकारों के शासन में युवा किसान व्यापारी और उद्यमी जोखिम के साए में रहते थे पिछली सरकारों ने राजनीति का अपराधीकरण किया और अपराधियों का राजनीतिकरण भी किया.'
आदित्यनाथ ने कहा 'आज यहां पलायन नहीं हो रहा, बल्कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लक्ष्य को प्राप्त करते हुए यह निवेश के लिए दुनिया को आकर्षित कर रहा है.' उन्होंने नगर विकास विभाग व औद्योगिक विकास पर लघु फिल्म देखी और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चाबी, चेक और स्वीकृति प्रमाण पत्र प्रदान किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति के अपराधीकरण और अपराधियों के राजनीतिकरण के कारण प्रदेश में कोई आना नहीं चाहता था. जिन्होंने निवेश किया था, वे पलायन कर रहे थे. आज उत्तर प्रदेश में निवेशक वापस आ चुके हैं. अब अपराधी प्रदेश छोड़कर भाग रहे हैं. अपराध एवं अपराधियों, भ्रष्टाचार तथा भ्रष्टाचारियों के खिलाफ जीरो टालरेंस के साथ काम कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सहारनपुर उत्तर प्रदेश का सीमांत जिला है. एक तरफ उत्तराखंड, दूसरी तरफ हरियाणा की सीमा है. यहां मां गंगा और यमुना का आशीर्वाद बना है. सहारनपुर में अनंत संभावनाएं हैं, जिसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के पहले मां शाकुंभरी के नाम पर विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया था. आज उसका भव्य भवन बन रहा है. यहां अगले वर्ष तक नौजवानों के लिए अपने जनपद में विश्वविद्यालय होगा. सहारनपुर में सरसावा हवाई अड्डे पर जमीन अधिगृहित करके दी. काम शुरू हो चुका है. सहारनपुर भी जल्द ही विमान सेवा से देश-दुनिया के साथ जुड़ेगा. सड़क कनेक्टिविटी अब बहुत अच्छी हो गई है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले मुजफ्फरनगर से सहारनपुर आने में दो घंटे लगते थे. सहारनपुर से शामली व देहरादून मार्ग की दुर्गति थी. सहारनपुर-मुजफ्फरनगर मार्ग पर 753 करोड़ रुपये खर्च किए. अब यह दूरी दो घंटे की बजाय 45 मिनट में तय होती है.
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