आज दुनियाभर में दसवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है. योग ना केवल इंसान को सेहतमंद रखता है बल्कि मन को भी शांत रखने का काम करता है. यूं तो भारत में बाबा रामदेव जैसे कई बड़े योग गुरु हैं, जिन्होंने दुनियाभर में योग को अलग पहचान दिलाई. लेकिन योग की बात हो और स्वामी शिवानंद का जिक्र ना हो, ऐसा भला कैसे हो सकता है. दरअसल स्वामी शिवानंद ऐसे शख्स हैं, जो उम्र की बंदिशों को तोड़कर भी लोगों को योग के असली महत्व के बारे में समझा रहे हैं. शिवानंद की उम्र 127 साल हैं और उनकी जिंदगी में योग की अलग जगह है.
कौन हैं स्वामी शिवानंद
स्वामी शिवानंद काशी के रहने वाले हैं और उन्हें योगगुरु के नाम से भी जाना जाता है. स्वामी शिवानंद अपनी लंबी उम्र का राज योग को ही बताते हैंं. उनकी रोज की दिनचर्या में योग की खास जगह है. उनका कहना है कि योग, प्राणायाम और घरेलू उपचार स्वस्थ रहने का मूलमंत्र है. स्वामी शिवानंद रोजाना सुबह 3 बजे जगते हैं और फिर योग करते हैं. स्वामी शिवानंद बंगाल से काशी पहुंचे और गुरु ओंकारानंद से शिक्षा लेने के बाद उन्होंने योग में महारत हासिल की. योग की शिक्षा प्राप्त करने के बाद अपने गुरु के निर्देश पर उन्होंने 34 साल तक दुनिया के कई देशों का दौरा किया.
स्वामी शिवानंद लंदन, ऑस्ट्रेलिया, अन्य यूरोपीय देश और रूस जैसे कई और देशों की यात्रा कर चुके हैं. स्वामी शिवानंद एकदम सादा जीवन जीते हैं और धर्म में प्रति गहरी आस्था रखते हैं. योग गुरु का दावा है कि उनकी उम्र 125 साल से ज़्यादा है. आधार कार्ड के अनुसार शिवानंद का जन्म 8 अगस्त 1896 को विभाजन-पूर्व बांग्लादेश में हुआ था. कोविड जैसी जानलेवा महामारी में भी शिवानंद पूरी तरह से तंदरुस्त रहे और इस का श्रेय अपनी आहार संबंधी आदतों और योग को दिया.
पद्म श्री से भी किया जा चुका है सम्मानित
योग के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य के लिए स्वामी शिवानंद को पद्म श्री से सम्मानित किया जा चुका है. 2019 में, उन्होंने बेंगलुरु में योग रत्न पुरस्कार भी जीता. योग और संयमित दिनचर्या की मदद से उन्होंने 100 पार की उम्र में भी खुद को स्वस्थ रखा, जो कि सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत है. यही वजह है कि योग के प्रति उनका समर्पण दूसरों से अलग नजर आता है. जिस उम्र में लोगों का चलना भी दूभर होता है, उस उम्र में भी स्वामी शिवानंद एकदम फिट दिख रहे हैं और रोजाना योग कर रहे हैं.
पीएम मोदी भी स्वामी शिवानंद के मुरीद
स्वामी शिवानंद को जब पद्म पुरस्कार (Padma Award) से नवाजा गया तो उस वक्त खुद पीएम मोदी भी उनके सामने नतमस्तक हो गए. जब स्वामी शिवानंद सम्मान लेने के लिए पहुंचे तो दरबार हॉल तालियों से गूंज उठा. उस वक्त वहां पीएम मोदी भी मौजूद थे. जहां पीएम मोदी ने भी झुककर उनका अभिवादन किया. स्वामी शिवानंद ने नंग पैर ही राष्ट्रपति से पद्म श्री पुरस्कार ग्रहण किया था. इसके बाद से वो इंटरनेट पर भी छा गए थे.