"101% लिंगायतों का मिलेगा समर्थन" : येदियुरप्पा ने बड़े नेताओं के पार्टी छोड़ने का मतों पर असर नहीं पड़ने का किया दावा

80 वर्षीय येदियुरप्पा ने अपने निर्वाचन क्षेत्र शिकारीपुरा में एक विशेष साक्षात्कार में एनडीटीवी से बात की. यहां येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र ने चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है.

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कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं

नई दिल्ली:

जगदीश शेट्टार जैसे बड़े लिंगायत नेता के नाराज़ होकर बीजेपी से बाहर निकलने के बाद कर्नाटक में इसके असर को कमतर आंकते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि लिंगायत समुदाय '101 प्रतिशत' उनकी पार्टी के साथ बना हुआ है.बीजेपी के अनुभवी नेता येदियुरप्पा ने चुनावी राजनीति छोड़ दी है, लेकिन कर्नाटक में पार्टी के सबसे बड़े नेता बने हुए हैं. येदियुरप्पा का कहना है कि पार्टी 10 मई के चुनाव के लिए तैयारी कर रही है और जगदीश शेट्टार ने भाजपा छोड़ कर 'गलती की' है.

येदियुरप्पा ने एनडीटीवी से कहा, "हमने उन्हें राज्यसभा की सदस्यता देने का वादा किया था और  उन्हें केंद्र में मंत्री बनाने की भी बात थी. अमित शाह ने खुद शेट्टार से बात की थी. मुझे लगता है कि उन्होंने पार्टी छोड़कर गलती की. हमने लगभग हर बार पूरे दिल से उनका समर्थन किया.

बता दें कि जगदीश शेट्टार इस सप्ताह के आरंभ में कांग्रेस में शामिल हो गए थे. शेट्टार बीजेपी द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिए जाने से नाराज थे. 80 वर्षीय येदियुरप्पा ने अपने निर्वाचन क्षेत्र शिकारीपुरा में एक विशेष साक्षात्कार में एनडीटीवी से बात की. यहां येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र ने चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है. येदियुरप्पा 1983 से इस निर्वाचन क्षेत्र से जीतते रहे हैं.

गौरतलब है कि जगदीश शेट्टार भी  बीएस येदियुरप्पा की तरह एक प्रमुख लिंगायत नेता हैं. इसी तरह लक्ष्मण सावदी भी लिंगायत नेता रहे हैं, जिन्होंने बीजेपी द्वारा टिकट न दिए जाने के बाद इस्तीफा दे दिया था. क्या लिंगायत समुदाय पहले की तरह अब भी बीजेपी का समर्थन करेंगे? के सवाल के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा, "101% - इसमें कोई संदेह नहीं है. शेट्टार के साथ क्या हुआ था और जहां भी कोई गलतफहमी होगी, हम उन्हें समझाएंगे."

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