हैदराबाद: अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारी जोरो पर हो रही है. वहीं, मंदिर के दरवाजे के लिए हैदराबाद की एक कंपनी तेजी से काम कर रही है. गर्भगृह के दरवाजे के साथ-साथ मुख्य मंदिर और आसपास की संरचनाओं में 17 दरवाजे तैयार कर रही है. मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होगा और मंदिर की पहली मंजिल पर अधिकांश निर्माण हो चुका है./ काम अब सजावट के स्तर पर आगे बढ़ चुका है.
अनुराधा टिम्बर्स इंटरनेशनल के निदेशक सरथ बाबू ने एक विशेष साक्षात्कार में एनडीटीवी को बताया कि गर्भगृह का दरवाजा 8 फीट ऊंचा, 12 फीट चौड़ा और 6 इंच मोटा होगा. उन्होंने कहा कि अब तक मुख्य मंदिर के 18 दरवाजे और मंदिर के चारों ओर 100 फ्रेम बनाए जा चुके हैं. कल तक, हमने 118 दरवाजे पूरे कर लिए थे. अनुमान लगाया कि यह संख्या बढ़ने की संभावना है.
तमिलनाडु के कारीगरों द्वारा बनाए जा रहे दरवाजे नागर शैली में डिजाइन किए जाएंगे, जिसमें कमल, मोर और अन्य पक्षियों के पारंपरिक भारतीय रूपांकनों को प्रदर्शित किया जाएगा. नागर मंदिर वास्तुकला की उत्तर भारतीय शैली है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह तीसरी शताब्दी ईस्वी में गुप्त काल में शुरू हुई और मुसलमानों के आगमन तक जारी रही.
दरवाजे के लिए उपयोग की जाने वाली लकड़ी महाराष्ट्र के बलारशाह सागौन की है, जो सोने की पत्ती से ढकी होगी. चयन प्रक्रिया के बारे में पूछे जाने पर बाबू ने कहा कि मंदिर समिति ने व्यवसाय में सबसे बड़े नामों को "आमंत्रित" किया है. उन्हें मंदिर का एक मॉडल बनाने के लिए कहा गया, जिसके बाद उनकी फर्म को बुलाया गया और दरवाजे बनाने का काम दिया गया.
ये भी पढ़ें:-
Exclusive: ऐसा होगा राम मंदिर - 51 इंच की रामलला की मूर्ति, बुजुर्गों के लिए लिफ्ट और 25 हजार लॉकर की सुविधा