यूपी के सीतापुर के संदना इलाके में आधी रात के समय जमकर बवाल हुआ. इस वजह से घटनास्थल पर 8 थानों की पुलिस के साथ एडिशनल एसपी खुद मोर्चा संभालने के लिए पहुंचे. ग्रामीणों द्वारा आरोप लगाया गया है कि इलाके के काल भैरव आश्रम में रात के वक्त महिलाओं के चीखने की आवाज आती है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि एक शख्स बाबा के आश्रम में गया तो उसे त्रिशूल मारकर जख्मी कर दिया गया. इसके बाद व्यक्ति को पुलिस ने जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया.
घायल व्यक्ति ने बाबा पर हमले का लगाया आरोप
घायल व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि बाबा ने उसपर त्रिशूल से हमला किया है. ग्रामीणों ने दावा किया है कि एक हफ्ते पहले इलाके में एक कंकाल मिला था. वहीं दो दिन पहले पश्चिम बंगाल की एक युवती भी आश्रम के पास मिली थी. बाबाओं के द्वारा हमले किए जाने की सूचना के बाद सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण लाठी डंडों के साथ बाबा के आश्रम को घेरने के लिए पहुंच गए.
पुलिस ने घटना की जानकारी मिलने पर संभाला मोर्चा
मामले की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभाला और बल प्रयोग कर मामले को शांत कराया. ग्रामीणों द्वारा पुलिस पर भी लाठी चार्ज करने का आरोप लगाया गया है. हालांकि, बाबा ने सिरे से ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया है. बाबा के अनुसार आश्रम के पास जो कंकाल मिला था वह उनकी जानकारी में नहीं है. बाबा ने ग्रामीणों के द्वारा घेर कर जान से मार देने का प्रयास करने का आरोप लगाया है. बाबा ने बताया आज हालात ऐसे थे जैसे कि पालघर घटना में साधु संतों की मॉब लिंचिंग करते हुए हत्या कर दी गई थी. इसके बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की पुलिस ने उनकी ग्रामीणों से रक्षा की. बाबा के ऊपर जान का खतरा था जिसके चलते पुलिस द्वारा एस्कॉर्ट करते हुए बाबा को इलाके से बाहर निकला गया. बाबा ने बताया कि ग्रामीणों के ख़ौफ़ से वह अपनी जान बचाकर आश्रम से भाग रहे हैं.
पुलिस ने शांति व्यवस्था की बहाल
इलाके में घटना के बाद से पुलिस द्वारा शांति व्यवस्था बनाए रखने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन ग्रामीणों में आश्रम के लोगों के खिलाफ आक्रोश है. हालात तनावपूर्ण हैं जिसके चलते बड़ी संख्या में पुलिस बल भी गांव में तैनात किया गया है. मामले में जानकारी देते हुए एडिशनल एसपी ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा अफवाह फैलाई गई थी कि आश्रम में महिलाओं के चीखने की आवाज आती है. जिसके चलते ग्रामीणों द्वारा आक्रोशित होकर आश्रम को घेर लिया गया था. पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास किए और अब स्थिति नियंत्रण में है एवं मामले की गहनता से जांच की जा रही है.