वाराणसी में लंका थाने के पीछे बने बाढ़ राहत शिविर में पहुंची एक महिला की करंट लगने से मौत हो गई. करंट शिविर में लगे पेडेस्टल फैन में आ गया था. महिला ने उस फैन को घुमाने के लिए जैसे ही उसे पकड़ा, वह करंट की चपेट में आ गई. जब तक वहां वालंटियर ने मेन स्विच ऑफ करके करंट से छुड़ाने की कोशिश की, तब तक देर हो चुकी थी और अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया.
मृत महिला रूबी साहनी (38) लंका थाना की गंगाबाग कॉलोनी में अपनी मां बेबी, बेटी अंजली और बेटे अजय व कृष्णा के साथ किराये पर कमरा लेकर रहती थी. लोगों के घरों में झाड़ू-पोछा का काम करने वाली रूबी के पति कल्लू की डेढ़ साल पहले मौत हो गई थी. पति की मौत के बाद रूबी अपने ससुराल राजघाट से अपने मायके लंका थाने के पास मां के पास रहने के लिए आ गई थी.
शुक्रवार से गंगा के पानी की बढ़ोतरी के साथ उसके घर के पास भी पानी पहुंचा था, शनिवार को घर के अंदर जब पानी आया तो रविवार के दिन ये लोग बाढ़ राहत शिविर में पहुंचे थे. अभी बाढ़ राहत शिविर में कुछ ही घंटे हुए थे कि यह दुखद हादसा हो गया. पहले पिता और अब मां की मौत के बाद तीनों बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था. बच्चों की नानी और मामा के साथ ही मोहल्ले के लोग डबडबाई आंखों से उन्हें संभाले हुए थे.
इस पूरी घटना पर जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहा कि रविवार को नगवा वार्ड वाराणसी में एक महिला की पंखे में करंट आने की वजह से मृत्यु हो गई. लंका थाने के पीछे नगवा पार्षद और नगर निगम द्वारा नया अस्थाई बाढ़ राहत केंद्र आज ही बनाया जा रहा था. उन्होंने कहा कि ये राहत केंद्र, आपदा विभाग द्वारा चिन्हित 40 केंद्रों के अतिरिक्त था. इसे टेंट लगाकर बनाया गया था और अधिकारियों द्वारा भ्रमण करके मोबाइल टॉयलेट, पानी का टैंकर, भोजन व्यवस्था चालू कराने की कार्रवाई भी की जा रही थी.
डीएम ने कहा कि दोपहर को कुछ लोगों द्वारा सामान रखना शुरू कर दिया गया था, उसी दौरान पंखे और लाइट लगाने का काम चालू था. राहत केंद्र में आई मोहल्ले की ये महिला पंखा घुमा रही थी, जिसमें आए करंट के कारण ये उसकी चपेट में आ गयी. इनको ट्रामा सेंटर ले जाया गया, लेकिन इनकी दुःखद मृत्यु हो गई. उन्होंने कहा कि शोक संतप्त परिवार को प्रशासन द्वारा उचित आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी. फिलहाल राहत केंद्र में से पंखे आदि बिजली के उपकरण हटवा दिए गए हैं.