कानून के मुताबिक जो जरूरी होगा, करेंगे : ईडी के समन पर अरविंद केजरीवाल

दिल्ली सरकार के सूत्रों ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय के सामने उनके पेश होने की संभावना नहीं है क्योंकि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों की जायजा लेने के लिए उनका तीन दिन के दौरे पर गोवा जाने का कार्यक्रम है.

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आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:

दिल्ली की आबकारी नीति के मामले में तीन बार समन जारी होने के बाद भी पेश नहीं होने पर चौथी बार प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा तलब किए जाने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कानून के अनुसार जो भी करने की जरूरत होगी, वह करेंगे. वैसे सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) और दिल्ली सरकार के सूत्रों ने बुधवार को कहा कि ईडी के सामने उनके पेश होने की संभावना नहीं है क्योंकि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी की तैयारियों की जायजा लेने के लिए उनका तीन दिन के दौरे पर गोवा जाने का कार्यक्रम है.

पहले 11 जनवरी से उनका दो दिनों के लिए गोवा दौरे पर जाने का कार्यक्रम था लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम की तैयारियों के चलते उसे स्थगित करना पड़ा. पिछले सप्ताह केजरीवाल को चौथी बार ईडी ने समन जारी किया और उनसे 18 जनवरी को उसके सामने पेश होने को कहा.

द्वारकाधीश जा रहे बुजुर्गों के रवाना होने से जुड़े एक कार्यक्रम में आप संयोजक केजरीवाल से आबकारी नीति से संबंधित धनशोधन मामले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा बृहस्पतिवार को पेशी के लिए भेजे गए समन के बारे में भी पूछा गया. केजरीवाल ने कहा, ‘‘कानून के अनुसार जो भी करने की जरूरत होगी, हम वह करेंगे.''

इससे पहले दिन में, दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इस विषय पर ऐसा ही विचार रखा था. भारद्वाज ने ‘पीटीआई-वीडियो' से कहा था, ‘‘ वह स्पष्ट हैं कि कानून के अनुसार एवं वकीलों की सलाह के हिसाब से वह करेंगे.''

केजरीवाल (55) ने तीन जनवरी को तीसरी बार राज्यसभा चुनाव एवं गणतंत्र दिवस की तैयारियों का हवाला देते हुए पेश होने से मना कर दिया था.केजरीवाल ने ईडी की मंशा पर सवाल उठाया था और समन पर ‘कानूनी आपत्तियों' का हवाला दिया था.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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