राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज इस बात का खंडन किया है कि सोनिया गांधी ने उन्हें कांग्रेस प्रमुख बनने की पेशकश की थी. गुजरात में गहलोत ने मीडिया से कहा, 'मैं यह मीडिया से सुन रहा हूं, मुझे इसकी जानकारी नहीं है. मुझे जो भी जिम्मेदारियां दी गई हैं, उन्हें मैं निभा रहा हूं.'
अंग्रेजी अखबार द हिंदू की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोनिया गांधी ने मंगलवार को गहलोत से मुलाकात की और उन्हें कांग्रेस प्रमुख का पद संभालने के लिए कहा है.
नए कांग्रेस अध्यक्ष का 20 सितंबर तक चुनाव होना है.
2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से वह दोबारा अध्यक्ष बनने के लिए इनकार कर रहे हैं. कथित तौर पर राहुल गांधी का कहना है कि गैर गांधी परिवार के अध्यक्ष बनने का समय आ गया है.
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सोनिया गांधी का कहना है कि खराब स्वास्थ्य की वजह से वह अध्यक्ष पद पर नहीं रह सकतीं.
इस सप्ताह की शुरुआत में अशोक गहलोत ने कहा था कि राहुल गांधी को कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए और अध्यक्ष पद स्वीकार करना चाहिए.
उन्होंने कहा था, 'अगर राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष नहीं बनते हैं तो यह कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए निराशा की बात होगी. बहुत से लोग घर बैठ जाएंगे, उसका नतीजा हम भुगतेंगे. उन्हें (राहुल गांधी) देश में कांग्रेस के लोगों की भावनाओं को समझते हुए, इस पद को खुद स्वीकार करना चाहिए.' पार्टी अध्यक्ष के लिए गैर-गांधी नाम की लिस्ट में अशोक गहलोत भी शामिल हैं.
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गहलोत ने साथ ही कहा था, 'उनके अध्यक्ष बनने के समर्थन में सर्वसम्मत राय है. इसलिए, मुझे लगता है कि उन्हें इसे स्वीकार करना चाहिए. यह गांधी या गैर-गांधी परिवार के बारे में नहीं है. यह संगठन का काम है और कोई प्रधानमंत्री नहीं बन रहा है.'
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