भारत के कई हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में हैं और मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि कम से कम अगले पांच दिनों तक भीषण गर्मी जारी रहेगी. राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली के कुछ स्थानों पर शुक्रवार को तापमान 46 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया.
भट्ठी जैसा तापमान
राजधानी के औसत मासिक अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस के साथ दिल्ली में 72 वर्षों में दूसरा सबसे गर्म अप्रैल माह दर्ज किया गया. नई दिल्ली में पिछले 6 सप्ताह का तापमान सामान्य औसत से 4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा है.
राजस्थान में शुक्रवार को भीषण गर्मी पड़ी. राज्य में धौलपुर सबसे गर्म रहा. वहां अधिकतम तापमान 46.5 डिग्री सेल्सियस रहा. जोधपुर और बीकानेर जिलों में एक मई को अधिकतम तापमान 45 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज होने का अनुमान है.
लंबी गर्मी की लहर
एक जलवायु परिवर्तन विशेषज्ञ का कहना है कि भीषण लू की लहर की लंबी अवधि उच्च तापमान की तुलना में अधिक चिंताजनक है.
बर्कले अर्थ के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ रॉबर्ट रोहडे कहते हैं कि "भारत/पाकिस्तान में चल रही मौजूदा लू का महत्व रिकॉर्ड तोड़ने के लिहाज से कम है (हालांकि विभिन्न रिकॉर्ड गिर गए हैं) और बहुत लंबी अवधि को लेकर अधिक है. पिछले 6 सप्ताह में तापमान बार-बार ऐतिहासिक सीमा के शीर्ष को चुनौती दे रहा है और दुनिया के इस हिस्से को झुलसा रहा है."
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं
डॉक्टरों ने कहा है कि लू के कराण उत्पन्न स्वास्थ्य समस्याएं अब कोविड -19 की अपेक्षित चौथी लहर की तुलना में बड़ी चिंता पैदा कर रही हैं.
अहमदाबाद मेडिकल एसोसिएशन की पूर्व अध्यक्ष मोना देसाई ने कहा, "हमें ऐसे कई मरीज मिल रहे हैं, जिन्हें हीटस्ट्रोक या गर्मी से जुड़ी अन्य समस्याएं हुई हैं."
मौसम विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को गर्मी से बचने, हल्के, हल्के रंग के, ढीले, सूती कपड़े पहनने और सिर को कपड़े, टोपी या छतरी से ढंकने की सलाह दी है.