- प्रधानमंत्री मोदी जापान की यात्रा पर व्यापारिक साझेदारी बढ़ाने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेंगे
- पीएम मोदी ने 2007 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में पहली बार जापान का दौरा किया था
- अमेरिका के टैरिफ नीति के कारण भारत-यूएस संबंधों में तनाव के बीच जापान दौरे का रणनीतिक महत्व और बढ़ गया है
'तेरा जैसा यार कहां...', पीएम मोदी के जापान दौरे के लिए ये लाइन एकदम सटीक बैठती है. अभी जहां भारत में अमेरिकी टैरिफ से तनातनी का माहौल है. इसी बीच पीएम मोदी जापान की यात्रा पर जा रहे हैं. इस यात्रा में भारत की जापान के साथ व्यापारिक साझेदारी को बढ़ाने पर बातचीत की जाएगी. पीएम मोदी जब साल 2007 में गुजरात के सीएम थे, तब पहली बार जापान के दौरे पर गए थे. वहीं, पीएम के तौर पर साल 2014 में शिंजो आबे से मुलाकात की थी. आज के समय भारत की पहली बुलेट ट्रेन के सपने में जापान भारत के साथ खड़ा है. कई अहम मुद्दों पर जापान और भारत साझेदार हैं. साल 2022 में जब शिंजो आबे की हत्या हुई थी, तब पीएम मोदी ने कहा था, "आबे मेरे प्रिय मित्र थे". अब राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ के बाद इस यात्रा का महत्व और बढ़ जाता है. आखिर क्यों विशेष है पीएम मोदी का ये जापान दौरा, आपको इस खबर में ग्राफिक्स के जरिए बताते हैं...