रूपौली उपचुनाव (Rupauli by-election) धीरे-धीरे और गरम व दिलचस्प होता जा रहा है. एनडीए और महागठबंधन दोनों ही अपने-अपने प्रत्याशी को हर कीमत पर चुनाव जीतवाने में लग गए हैं. आज महागठबंधन की ओर से राजद उम्मीदवार बीमा भारती ने नीतीश कुमार पर ऐसा वार किया, जो अब तक बड़े-बड़े नेता नहीं कर पाए थे. यह वही बीमा भारती हैं, जो अभी कुछ महीने पहले तक नीतीश कुमार की पार्टी जदयू से ही रूपौली की विधायक थीं. आज रूपौली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने मेरा नाम ले लेकर अति पिछड़ा की बेटी को प्रताड़ित करने का काम किया है. मेरा अपमान किया है.
बीमा ने हद पार कर दी
मंच से बीमा भारती ने कहा, "नीतीश कुमार कहते हैं कि हमने बीमा भारती को बोलने सिखाया है. पढ़ना सिखाया है. हमने उसको सब कुछ सिखाया है. मैं आपको इस मंच से बताना चाहती हूं माननीय मुख्यमंत्री जी आपका याद्दाश्त कमजोर हो गया है, इसीलिए जो आपको साथ बैठते हैं, उनसे पूछ लीजिएगा कि 2000 में रूपौली की जनता ने हमें निर्दलीय जिताकर सदन भेजने का काम किया था, न कि आपने. हमको चूल्हा चौकी से निकालकर घर से निकालकर आज जो बोलना सिखाया है, वो रुपौली की जनता ने सिखाया है. आपने ने नहीं. आपने मुझे नहीं सिखाया है. आप इस तरह का जो भाषण देते हैं लोगों को, इसीलिए रूपौली की जनता समझ चुकी है कि आपका कितना याद्दाश्त कमजोर हो चुका है. आप विकास की बात नहीं करते हैं...आप बेरोजगारी की बात नहीं करते हैं..आप बीमा भारती की बात करते हैं."
विजय सिन्हा राजद पर भड़के
पूर्णिया जिले की रूपौली विधानसभा सीट पर 10 जुलाई को वोटिंग हैं. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा यहां पहुंचे. मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार शब्द को अपमानित किया है. यहां के मान सम्मान को खत्म किया है. बिहार की जनता इन लोगों (राजद) को माफ नहीं करेगी. बिहार की जनता को जवाब देने का सही वक्त आ गया है. इंडी गठबंधन वाले एक तरफ जहां भ्रष्टाचार और कुशासन को बढ़ावा देते हैं तो वहीं एनडीए गठबंधन भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाने की बात करती है. उन्होंने कहा कि रूपौली में एनडीए उम्मीदवार जीतेगा और जब एनडीए का उम्मीदवार जीतेगा तो भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी. रूपौली में जीत के बाद विकास की रफ्तार को गति मिलेगी.
त्रिकोणीय हुआ मुकाबला
राजद ने पूर्व मंत्री बीमा भारती की जीत सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर लामबंदी की है. यहां चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय बना हुआ है. बीमा भारती को जदयू के कलाधर मंडल के साथ-साथ निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह भी कड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं. शंकर सिंह पूर्व में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के विधायक रहे थे. बीमा भारती और कलाधर मंडल दोनों ही रूपौली विधानसभा क्षेत्र में प्रमुख गंगोता जाति से आते हैं. यह उपचुनाव अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले काफी महत्वपूर्ण है, जो सभी पार्टियों के लिए लिटमस टेस्ट की तरह है. बीमा भारती तीन बार रूपौली से जनता दल (यूनाइटेड) की विधायक रही हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले राजद में शामिल होने के कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा और पूर्णिया से लोकसभा चुनाव में बतौर प्रत्याशी टिकट थमाया गया. हालांकि, वो हार कर तीसरे स्थान पर पहुंची. यहां से निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव को जीत मिली थी जबकि दूसरे स्थान पर जदयू के संतोष कुमार रहे.
पढ़ें-यह इस जन्म में मुझे नहीं स्वीकार... रूपौली चुनाव पर पप्पू की क्यों यह ललकार?
पप्पू यादव ने दिया समर्थन
निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने रूपौली विधानसभा सीट पर उपचुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की उम्मीदवार बीमा भारती को ‘पूर्ण समर्थन' देने की सोमवार को घोषणा की. यादव ने हाल में ही संपन्न लोकसभा चुनाव में भारती को हराया था. यादव ने ‘एक्स' पर कहा, “विचारधारा बड़ी चीज है, राजनीति में आज यह विलुप्त हो रही है. लेकिन मैं विचारधारा की राजनीति का वाहक हूं, मैं कांग्रेस विचारधारा के साथ हूं. इसलिए मेरे प्रति तमाम निजी नफरत को खारिज करते हुए रूपौली विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार को मेरा पूर्ण समर्थन है.” हालांकि, बहुत पहले ही उन्होंने बीमा भारती से मुलाकात कर यह संदेश दे दिया था कि वह बीमा भारती का समर्थन करेंगे.
पढ़ें- लालू यादव से पप्पू यादव दूर भी नहीं जा सकते और साथ भी नहीं रह सकते, आखिर क्या है मजबूरी?
नीतीश कुमार ने क्या कहा था?
6 जुलाई को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्णिया के रूपौली विधानसभा से राजद प्रत्याशी बीमा भारती पर जमकर बरसे थे. उन्होंने कहा कि इन्हें बोलने नहीं आता था, फिर भी आगे बढ़ाया, लेकिन वह सांसद बनने के लिए राजद में चली गईं. जिसको हम लोग लगातार विधायक बनवा रहे थे, वह सांसद बनने के लिए हम लोगों को छोड़कर भाग गईं, लेकिन वह सांसद नहीं बन पाईं और लोकसभा चुनाव में पूर्णिया से तीसरे नंबर पर रहीं. इसी पर बीमा भारती आज भड़क गईं.