संसद में मॉनसून सत्र के तीसरे दिन सोमवार को मणिपुर मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा हुआ. लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की. राज्यसभा में मणिपुर मुद्दे पर सभापति जगदीप धनखड़ से बहस कर रहे आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह को पूरे मॉनसून सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया. विपक्षी सांसदों ने इस कार्रवाई का विरोध किया है. वहीं, हंगामे के चलते संसद के दोनों सदनों को 25 जुलाई (मंगलवार) सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
आइए जानते हैं राज्यसभा में आज क्या हुआ और संजय सिंह क्यों हुए सस्पेंड:-
दरअसल, 27 विपक्षी सांसदों ने नियम 267 के तहत मणिपुर पर राज्यसभा में चर्चा की मांग के लिए नोटिस दिया. सभापति ने इसे स्वीकार नहीं किया. इसके बाद दोपहर 12 बजे से उच्च सदन में प्रश्नकाल शुरू हो गया. सभापति के इस फैसले के खिलाफ विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया और नारेबाजी करने लगे. जिसके बाद सभापति ने कई बार राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित की.
सभापति के आसन के पास जाकर बहस कर रहे थे संजय सिंह
कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर संजय सिंह सभापति के आसन के पास जाकर बहस कर रहे थे. धनखड़ ने उन्हें वापस अपनी सीट पर जाने के लिए कहा, लेकिन संजय सिंह नहीं गए. धनखड़ ने संजय सिंह का नाम लिया और चेतावनी दी. फिर भी संजय सिंह सभापति के पोडियम के पास खड़े होकर बहस करते रहे. इसके बाद धनखड़ ने सरकार से संजय सिंह को सस्पेंड करने का प्रस्ताव लाने को कहा.
पीयूष गोयल लेकर आए प्रस्ताव
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल यह प्रस्ताव लेकर आए. गोयल ने सभापति जगदीप धनखड़ से आप नेता के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करते हुए कहा, "इस तरह का व्यवहार...और सदन को परेशान करना पूरी तरह से सदन की नैतिकता और नियमों के खिलाफ है. सरकार संजय सिंह को निलंबित करने के लिए एक प्रस्ताव लाना चाहती है." प्रस्ताव को सदन की मंजूरी के लिए रखा गया. सदन ने हाथ उठाकर और ध्वनि मत से इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी.
पूरे सत्र में भाग नहीं ले पाएंगे संजय सिंह
संजय सिंह को सस्पेंड करने के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने उनसे कहा कि आप सदन से बाहर चले जाइए, ताकि सदन की कार्यवाही जारी रखी जा सके. संजय सिंह अब संसद के पूरे मॉनसून सत्र में हिस्सा नहीं ले पाएंगे.
निलंबन के बाद भी सदन छोड़कर नहीं गए संजय सिंह
निलंबन के बावजूद संजय सिंह राज्यसभा से बाहर नहीं निकले और सदन में मौजूद रहे. दोपहर 2 उन्हें उपसभापति हरिवंश ने उन्हें बाहर जाने का निर्देश दिया. इसके बाद भी जब वो नहीं माने, तो सदन की कार्यवाही एक घंटे और स्थगित करनी पड़ी. दोपहर 3 बजे भी जब संजय सिंह सदन से बाहर नहीं निकले, तो उपसभापति को सदन की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी.
संजय सिंह ने क्या कहा?
संजय सिंह ने सदन से बाहर आकर कहा- "देश के प्रधानमंत्री सदन में आकर मणिपुर की हिंसा पर जवाब क्यों नहीं दे रहे. एक आर्मी के योद्धा की पत्नी के कपड़े उतारकर परेड कराई गई, ये शर्मनाक है. भारत की सेना और भारत के 140 करोड़ लोगों का सिर शर्म से झुक गया है. प्रधानमंत्री सदन में आकर जवाब नहीं दे रहे. इसी के कारण मैंने आज 267 का नोटिस दिया था. पहले 15 मिनट तक मैं चेयर (आसंदी) से अनुरोध करता रहा कि मुझे 267 के तहत बोलने का मौका दिया जाए. जब उन्होंने मौका नहीं दिया तो मैंने चेयर के पास जाकर अनुरोध किया कि मणिपुर पर चर्चा कराइए. एक सरकार मणिपुर पर बात करने के लिए तैयार नहीं है."
खरगे ने निलंबन पर उठाए सवाल
संजय सिंह के निलंबन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा- "ये पहली बार नहीं है कि कोई विरोध जता रहा है. सभी लोग संसद में विरोध करते हैं. लोकतंत्र में बोलने की आजादी है, बोलने के लिए जो संसद आता है उसे मौका मिलना चाहिए. आज सरकार की मंशा है कि किसी ना किसी तरीके से आवाज को बंद किया जाए. पिछली बार भी उन्होंने ऐसा ही किया था."
क्या कहते हैं बीजेपी सांसद?
-बीजेपी सांसद दीपक प्रकाश ने कहा, "संजय सिंह का व्यवहार असंसदीय है. संसद के अंदर हंगामा उनकी नीति है. पिछले सत्र में भी ऐसा ही काम कर रहे थे. इस बार भी ऐसा ही कर रहे हैं. संसदीय परंपरा पर उनकी आस्था नहीं है. हंगामा करना ही जैसे उनका काम है."
-बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने कहा, "उनका चरित्र जनतंत्र विरोधी है. आम आदमी पार्टी संसदीय जनतंत्र की मर्यादा को नहीं मानती है. संसद की कार्यवाही को अगर एक प्रोपेगेंडा के तहत बाधित करने की कोशिश हो, तो यह लोकतंत्र की जड़ में पत्थर डालने जैसा है."
- बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी कहते हैं, "भारत के लोगों को सोचना चाहिए कि ये अराजक टाइप के लोग हैं. आप सदन के अंदर अपनी स्वार्थ के लिए अराजकता पैदा करते हैं. इससे देश की छवि दुनिया में खराब होती है."
पहले भी निलंबित हो चुके हैं संजय सिंह
यह पहला मौका नहीं है, जब आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को राज्यसभा सभापति ने निलंबित किया हो. इससे पहले 2021 और 2022 में भी नियमों का उल्लंघन करने की वजह से संजय सिंह निलंबित हो चुके हैं. पिछले 3 साल में यह तीसरा निलंबन है.
कब-कब हुए सस्पेंड?
-नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध और हंगामा करने पर संजय सिंह को 3 फरवरी, 2021 को राज्यसभा से एक दिन के लिए निलंबित किया गया.
-जुलाई 2022 में मॉनसून सत्र के दौरान महंगाई को लेकर प्लेकार्ड लहराने और सभापति पर पेपर फेंकने की वजह से उन्हें सदन से निलंबित किया गया.
-इस साल बजट सत्र के दौरान 13 फरवरी को राज्यसभा के सभापति ने संजय सिंह को 7 बार एक ही समान स्थगन सूचना देने के लिए सेंसर किया.
सरकार मणिपुर पर चर्चा को तैयार-अमित शाह
इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा- 'मैं सदन में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हूं. मुझे नहीं पता कि वो (विपक्ष) यह चर्चा क्यों नहीं होने दे रहे. मेरा आग्रह है कि विपक्ष चर्चा होने दे, ताकि इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर देश के सामने सच्चाई पहुंचे.'
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