कांग्रेस में इसी सप्ताह चुनाव होने वाले हैं, लेकिन अभी तक इसके स्पष्ट संकेत नहीं मिले हैं कि कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा. सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि राहुल गांधी को इसके लिए तैयार करने की जो कोशिश की जा रही थीं, उसके कोई नतीजे नहीं निकले. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद इस्तीफा देने के बाद से सदस्यों की अपील को ठुकराते हुए, राहुल गांधी इस बात पर अभी तक अडिग हैं, उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनना.
सोनिया गांधी ने भी अपने स्वास्थ्य की वजह से अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाने से इनकार किया है. साथ ही सूत्रों का कहना है कि अब फोकस प्रियंका गांधी पर चला गया है, क्योंकि पार्टी के अधिकांश सदस्य चाहते हैं कि पार्टी की कमान गांधी परिवार के सदस्य के पास ही रहे.
आम सहमति के अभाव में आज से शुरू होने वाले कांग्रेस के अध्यक्ष चुनाव के कार्यक्रम पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं. पार्टी ने आधिकारिक तौर पर गतिरोध पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
कौन बनेगा कांग्रेस का अगला अध्यक्ष? राहुल, सोनिया या फिऱ कोई और....
कांग्रेस के दिग्गज नेता भक्त चरण दास ने एनडीटीवी से कहा, 'हां, उन्होंने (राहुल गांधी) कहा है कि उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन हम उनसे अध्यक्ष पद संभालने का अनुरोध कर रहे हैं. उन्हें हमें बताना होगा कि फिर आखिर इस पद को कैसे भरा जाए.'
हालांकि, राहुल गांधी ने सरकार के खिलाफ कांग्रेस के अभियान का मोर्चा संभाल रखा है. वह सितंबर महीने में एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे और कन्याकुमारी से 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू करेंगे.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "हां, हम एक रैली का आयोजन कर रहे हैं और राहुल गांधी उसका नेतृत्व करेंगे. हम अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर आश्वस्त नहीं हैं.'
कांग्रेस पार्टी में नेतृत्व संकट वर्षों से है और लगातार होती चुनावी हार और हाई-प्रोफाइल नेताओं के छोड़ने के बाद यह संकट ज्यादा गहरा गया है.
सोनिया गांधी ने मार्च महीने में पार्टी की विधानसभा चुनाव हार पर चर्चा करने के लिए हुई बैठक में वरिष्ठ नेताओं को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ अपने इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि, उन्हें चुनाव तक बने रहने के लिए राजी कर लिया गया था.