भारतीय अरबपति पीपी रेड्डी एक ऐसे घर में रहते हैं जो हीरे जैसा दिखता है. रेड्डी देश के एक 'सेल्फ मेड' अरबपति उद्योगपति हैं. वे जहां एक तेजतर्रार उद्यमी हैं वहीं उनके स्वभाव में विनम्रता भी शामिल है. सन 1989 में केवल दो लोगों के साथ एक छोटी सी कंपनी शुरू करने वाले रेड्डी आज 26,700 करोड़ रुपये की कंपनी मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) के चेयरमैन हैं. रेड्डी के डायमंड हाउस का आर्किटेक्चर आश्चर्य में डालने वाला है.
एक किसान परिवार में जन्मे और शुरुआत में साधारण जीवन जीने वाले पीपी रेड्डी का अब अपना खुद का गोल्फ कोर्स है. हैदराबाद के जुबली हिल्स इलाके में बने रेड्डी के महल जैसे घर की बाहरी दीवारें कांच की हैं. यह चमचमाता घर हीरे के तरह दिखाई देता है.
हैदराबाद के जुबली हिल्स उपनगरीय क्षेत्र में कई आलीशान बंगले हैं. यहां की एक सड़क से गुजरते हुए एक घर के गेट पर दो हीरों के आकार की संरचना दिखाई देती है. गेट के पीछे हीरे के ही आकार का विशाल भवन दिखाई देता है. इस भव्य बिल्डिंग के सामने से गुजरते हुए हर कोण पर आप खुद को निहार सकते हैं. परावर्तक कांचों से मढ़ी हुई पीपी रेड्डी की यह इमारत किसी भी राहगीर को रुकने पर मजबूर कर सकती है.
रेड्डी का मानना है कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए विश्वास अर्जित करना अहम है. वे लोगों को सलाह देते हैं कि सभी का भरोसा जीतने के लिए कड़ी मेहनत करें. एक बार विश्वास हासिल करने के बाद आप उसे बनाए भी रखें.
पीपी रेड्डी अपने किसान पिता की पांचवी संतान हैं. वे शायद यह कल्पना भी नहीं कर सकते थे कि वे कभी एक अरबपति के रूप में पहचाने जाएंगे, हालांकि वे महत्वाकांक्षी जरूर थे. रेड्डी अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के बाद कहीं थमे नहीं. उनके भतीजे पीवी कृष्णा रेड्डी ग्रेजुएट होने के बाद 1991 में उनके साथ जुड़ गए. इन दोनों ने साथ मिलकर अपनी कंपनी का लगातार विस्तार किया. पीवी कृष्णा रेड्डी अब एमडी के रूप में इस व्यापारिक साम्राज्य का नेतृत्व कर रहे हैं.
रेड्डी की कंपनी मेघा इंजीनियरिंग एंटरप्राइजेज ने शुरुआत नगर पालिकाओं के लिए छोटे पाइपों के निर्माण से की थी. धीरे-धीरे इस कंपनी ने सड़कों का निर्माण करना शुरू किया और फिर बांध निर्माण शुरू किया और प्राकृतिक गैस वितरण नेटवर्क का काम किया. आगे चलकर लिफ्ट इरिगेशन प्रोजेक्ट जैसे बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्टों के काम शुरू कर दिए. उनकी कंपनी अब देश की सबसे बड़ी कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई परियोजना का निर्माण कर रही है. गोदावरी नदी पर बनने वाली इस परियोजना की लागत 14 बिलियन डॉलर है.
गौरतलब है कि पीपी रेड्डी की कंपनी मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के खिलाफ सीबीआई (CBI) ने कथित तौर से रिश्वत देने के एक मामले में एफआईआर दर्ज की है. इस कंपनी ने 966 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे थे और वह इन बॉन्ड की दूसरी सबसे बड़ी खरीदार है.
अधिकारियों के मुताबिक जगदलपुर एकीकृत इस्पात संयंत्र से संबंधित कार्यों के लिए मेघा इंजीनियरिंग के 174 करोड़ रुपये के बिलों को मंजूरी देने में लगभग 78 लाख रुपये की कथित रिश्वत दी. एफआईआर में एनआईएसपी और एनएमडीसी के आठ अधिकारियों और मेकॉन के दो अधिकारियों को भी कथित तौर पर रिश्वत लेने के लिए नामित किया गया है.
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