अपने दोस्त की नाबालिग बेटी से बलात्कार के आरोप में दिल्ली सरकार के अधिकारी प्रेमोदय खाखा को गिरफ्तार किया गया है. खाखा को 1998 में दिल्ली सरकार में कल्याण अधिकारी के रूप में भर्ती किया गया था. उसने पिछले 25 सालों में महिला एवं बाल कल्याण और समाज कल्याण विभागों में काम किया है. उसके सोशल मीडिया प्रोफाइल और आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार, खाखा ने कमजोर समूहों और बच्चों के अधिकारों और कल्याण पर भी काम किया है.
लिंक्डइन पर अपने काम के प्रोफ़ाइल में, प्रेमोदय खाखा ने लिखा कि वह बाल संरक्षण, किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम और यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा अधिनियम पर एक संसाधन प्रशिक्षक है.
खाखा उस किशोर गृह का अधीक्षक भा था, जहां निर्भया मामले के नाबालिग आरोपी को हिरासत में लिया गया था.
घटना के समय प्रेमोदय खाखा सहायक निदेशक था और सोमवार को निलंबित होने से पहले वह महिला एवं बाल विकास विभाग में उप निदेशक के पद पर था.
प्रेमोदय खाखा झारखंड के हजीराबाग का रहने वाला है और उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी में शक्ति एन्क्लेव में रहता है, जहां कथित तौर पर नाबालिग लड़की को नशीला पदार्थ देकर उसके साथ बलात्कार किया गया. खाखा का 21 साल का बेटा और 22 साल की बेटी है.
सीसीटीवी में कैद: रेप के आरोपी दिल्ली के अधिकारी ने की थी भागने की कोशिश, लेकिन...!
खाखा पर कथित तौर पर अपने दोस्त की 14 साल की बेटी के साथ महीनों तक बलात्कार करने के लिए भारतीय दंड संहिता और यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा (POCSO) के तहत बाल शोषण के गंभीर आरोप हैं. जब वह गर्भवती हो गई, तो उसकी पत्नी सीमा ने कथित तौर पर गर्भ को खत्म करने के लिए उसे गर्भपात की गोलियां दीं.