टाटा ग्रुप ने रतन टाटा के नए उत्तराधिकारी का चुनाव कर लिया है. शुक्रवार को टाटा ट्रस्ट की बैठक में सर्वसम्मति से उनके सौतेले भाई नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन चुना गया. रतन टाटा के पिता नवल टाटा ने 2 शादियां की थीं. नवल टाटा ने दूसरी शादी सिमोन टाटा से की थी. नवल टाटा और सिमोन टाटा के बेटे नोएल टाटा हैं.
नोएल टाटा का दावा था मजबूत
रतन टाटा ने अपना उत्तराधिकारी नहीं बनाया था.ऐसे में उनके ट्रस्ट ट्रस्टियों में से ही एक अध्यक्ष का चुनाव किया जाना था. टाटा समूह के दो मुख्य मुख्य ट्रस्ट हैं- सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट. इन दोनों ट्रस्टों की संयुक्त रूप से टाटा समूह की मूल कंपनी टाटा संस में करीब 52 फीसदी हिस्सेदारी है.टाटा संस की टाटा समूह की कंपनियों का संचालन करता है. यह समूह विमानन से लेकर एफएमसीसी तक के पोर्टफोलियो को संभालता है. दोनों ट्रस्टों में कुल 13 ट्रस्टी हैं. इनमें से लोग दोनों ट्रस्टों में ट्रस्टी हैं. इनमें पूर्व रक्षा सचिव विजय सिंह, ऑटोमोबाइल क्षेत्र के दिग्गज वेणु श्रीनिवासन,रतन टाटा के सौतेले भाई और ट्स्ट के चेयरमैन नोएल टाटा, व्यवसायी मेहली मिस्त्री और वकील डेरियस खंबाटा के नाम शामिल हैं.
एक ऐतिहासिक तय्थ यह भी है कि केवल पारसियों ने ही टाटा ट्रस्ट की कमान संभाली है. हालांकि कुछ के नाम में टाटा नहीं लगा था और उनका ट्रस्ट के संस्थापक परिवार से कोई सीधा रिश्ता नहीं था. अगर नोएल टाटा इन ट्रस्टों के प्रमुख चुने जाते हैं तो वे सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के 11वें अध्यक्ष और सर रतन टाटा ट्रस्ट के छठे अध्यक्ष बनेंगे. नोएल चार दशक से अधिक समय से टाटा समूह से जुड़े हुए हैं.
नोएल टाटा के बच्चों को मिलीं है महत्वपूर्ण जगहें
इसी साल की शुरुआत में टाटा ग्रुप ने नोएल टाटा के तीन बच्चों को अपनी पांच चैरिटी संस्थाओं का प्रमुख बनाया था. नोएल टाटा के बच्चों का नाम लीआ, माया और नेविल है. इन तीनों को सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट के पांच ट्रस्टों का ट्रस्टी बनाया गया है. इन तमाम पदों पर नियुक्ति के लिए रतन टाटा ने हरी झंडी दी थी. बताते चलें कि ये तीनों पहले से ही टाटा ग्रुप की महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं.
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