सोशल मीडिया की दुनिया में अक्सर कुछ ऐसा देखने को मिलता है, जो कि जमकर वायरल होता है. कई बार कुछ कंटेट लोगों को मनोरंजन करते हैं तो कुछ को देख भड़क जाते हैं. इन दिनों एक ब्रिटिश यूट्यूबर माइल्स रूटलेज ने कुछ ऐसा कर दिया जिससे लोगों का पारा सातवें आसमान पर जा चढ़ा. दरअसल ब्रिटिश यूट्यूबर माइल्स रूटलेज ने सोशल मीडिया पर भारतीयों का मजाक बनाते हुए नस्लवादी टिप्पणियां की हैं. साथ ही मजाक करते हुए कहा कि वो भारत पर परमाणु बम गिरा देगा.
ब्रिटिश यूट्यूबर ने दी परमाण बम गिराने की धमकी
ब्रिटिश यूट्यूबर ने मजाक में कहा कि भारत सहित अन्य देशों को छोटे से छोटे उल्लंघन" पर परमाणु बम से नष्ट कर दिया जाएगा, जिससे सोशल मीडिया यूजर्स गुस्से से तिलमिला उठे. ब्रिटिश यूट्यूबर ने कहा, "जब मैं इंग्लैंड का प्रधानमंत्री बनूंगा, तो मैं परमाणु साइलो को खोल दूंगा, ताकि ब्रिटिश हितों और मामलों में हस्तक्षेप करने वाली किसी भी विदेशी शक्ति को स्पष्ट चेतावनी दी जा सके. मैं बड़ी घटनाओं की बात नहीं कर रहा हूं, मैं छोटे से उल्लंघन पर पूरे राष्ट्र को नष्ट करने के लिए उत्सुक हूं, मैं भारत पर न्यूक्लियर लॉन्च कर सकता हूं"
यूट्यूबर की टिप्पणियों पर भड़के सोशल मीडिया यूजर्स
रूटलेज की टिप्पणियों पर सोशल मीडिया यूजर्स का ध्यान गया तो लोग उन पर भड़क उठे. एक यूजर ने उन पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, 'मानो या ना मानो लेकिन मुझे तो भारत बिल्कुल पसंद नहीं है. मैं तो बिना नाम की आईडी के पीछे छुपे हुए भारतीय को भी पहचान रहा हूं. अगर कोई ऑनलाइन आकर आपसे बदतमीजी करता है तो वह भारतीय होता है. ऐसे में मैं भारतीयों को नापसंद करता हूं.
कौन है परमाण बम गिराने की धमकी देने वाला यूट्यूबर
2021 में, 25 वर्षीय ब्रिटिश छात्र रूटलेज तालिबान के कब्जे के दौरान अफ़गानिस्तान में फंस गया था और उसे युद्धग्रस्त देश से निकाला जाना था. उसने तालिबान को देखने के लिए अफ़गानिस्तान की यात्रा की योजना बनाई थी. जिसके बाद वो काबुल पहुंचा. ब्रिटिश सरकार की चेतावनियों के बावजूद, वह देश की यात्रा पर गया और 4chan, Facebook और Twitch जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर अपने अनुभव साझा किए.
तालिबान के कब्जे के दौरान वो वहां फंस गया. जिसके बाद उसने एक सुरक्षित जगह पर शरण ली और आखिर में 17 अगस्त को बुर्का पहनी एक महिला के वेश में ब्रिटिश सेना द्वारा उन्हें वहां से निकाला गया. दिसंबर 2022 में अफगानिस्तान पर अपना लेख प्रकाशित करते हुए, एंटेलोप हिल के साथ एक पुस्तक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए. रूटलेज ने कजाकिस्तान, युगांडा, केन्या, दक्षिण सूडान, यूक्रेन और ब्राजील सहित खतरनाक स्थानों की यात्रा जारी रखी, जहां उन्हें गलत कारावास और अवैध सीमा पार करने जैसी विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ा.